अपडेटेड 4 July 2025 at 21:50 IST
कंगाल इकोनॉमी, सियासी अस्थिरता और ऊपर से भारत से पंगा पाकिस्तान की मुसीबतें बढ़ाता जा रहा है। दरअसल, Microsoft करीब 25 साल बाद पाकिस्तान में बंद हो गया। माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान से अपना कारोबार समेट लिया है। यह फैसला पाकिस्तान की आर्थिक अस्थिरता और सियासी अस्थिरता के कारण लिया गया है।
Microsoft ने अपने सभी कर्मचारियों को पाकिस्तान से बाहर निकाल लिया और अपने कारोबार को बंद कर दिया है। बता दें, पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है, और देश में सियासी अस्थिरता भी बहुत ज्यादा है। इन कारणों से माइक्रोसॉफ्ट ने अपना कारोबार पाकिस्तान से समेटने का फैसला लिया है। माइक्रोसॉफ्ट का बंद होना पाक के लिए तगड़ा झटका है।
माइक्रोसॉफ्ट के पहले कंट्री हेड जव्वाद रहमान ने कहा, "आज मुझे पता चला कि Microsoft ने आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान में अपना कामकाज बंद कर दिया। बचे हुए कर्मचारियों को भी बता दिया गया है। इस तरह एक युग का अंत हो गया।"
हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से इसे लेकर किसी भी कारण का अबतक खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है, जिससे कारोबार करना मुश्किल हो गया है। इसके साथ ही आतंक के पनाहगार पाकिस्तान में सियासी अस्थिरता बहुत ज्यादा है, जिससे कारोबार पर काफी असर पड़ता है। बिजनेस करने के लिए अनिश्चितता की स्थिति बनी रहती है। वहीं पाकिस्तान और भारत के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण भी कारोबार पर असर पड़ सकता है।
यहां विदेशी मुद्रा की कमी हो गई, जिससे आयात-निर्यात पर असर पड़ रहा है और कारोबार करना मुश्किल हो गया। वहीं माइक्रोसॉफ्ट के फैसले का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। इससे पाकिस्तान में नौकरियों की संख्या कम हो सकती है और आर्थिक स्थिति और भी खराब हो सकती है।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने इसे लेकर कहा, "राजनीतिक अस्थिरता के कारण अवसर खोने से यह स्थिति आई है। पाकिस्तान में माइक्रोसॉफ्ट का कामकाज बंद होना हमारी अर्थव्यवस्था के लिए चिंताजनक संकेत है। मुझे फरवरी 2022 का वह दिन याद है, जब बिल गेट्स मेरे ऑफिस आए थे। मैंने पाकिस्तान के लोगों की तरफ से उन्हें पोलियो खत्म करने में मदद करने के लिए हिलाल-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया था।"
उन्होंने आगे कहा कि जब हम मेरे ऑफिस के बाहर लॉन में बैठे थे तो हमने AI, क्वांटम कंप्यूटिंग, गट माइक्रोबायोम और लंबी उम्र जैसे कई विषयों पर बात की। मैंने उनसे सीधे पूछा, 'माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान में निवेश क्यों नहीं कर रहा है?' अल्वी ने बताया कि उन्होंने तत्कालीन पीएम इमरान खान से बात की और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला से बातचीत भी तय कराई।
पब्लिश्ड 4 July 2025 at 21:50 IST