अपडेटेड 21 November 2024 at 20:14 IST
200 वाहनों का काफिला और घात लगाकर हमला... PAK के खैबर पख्तूनख्वा में 50 शियाओं की मौत, Inside Story
आतंकवादियों ने कुर्रम जिले में वाहनों पर घात लगाकर हमला किया। इस आतंकी हमले में मारे गए अधिकतर मृतक शिया समुदाय के थे। मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Pakistan terrorist attack: पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू और सिख ही नहीं, अल्पसंख्यक शिया मुस्लिम समुदाय भी निशाने पर रहता है। गुरुवार को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादियों ने यात्रियों को ले जा रहे तीन वाहनों को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 अन्य लोग घायल हो गए। इस आतंकी हमले में मारे गए अधिकतर मृतक शिया समुदाय के थे। मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
आतंकवादियों ने अफगानिस्तान की सीमा से लगे प्रांत के कुर्रम जिले में वाहनों पर घात लगाकर हमला किया। अधिकारियों ने बताया कि ये वाहन पाराचिनार से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर आ रहे थे, तभी बंदूकधारियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जिला अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि हमले में 8 महिलाओं और पांच बच्चों समेत 50 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हैं। जानकारी के मुताबिक आंतकियों ने जिस वाहन को निशाना बनाया है वो पाराचिनार से शिया मुसलमानों को पेशावर ले जा रहा था। सोशल मीडिया पर हमले के बाद के कई वीडियो सामने आए है, जिसमें लाशों की कतारों को देखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने मांगी रिपोर्ट
एक स्थानीय पत्रकार ने बताया कि तालिबान के प्रभुत्व वाले इलाकों में वाहनों पर घात लगाकर हमला किया गया। स्थानीय मीडिया के अनुसार, काफिले में 200 से अधिक वाहन थे। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन खान गंडापुर ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए प्रांत के कानून मंत्री, क्षेत्र के सांसदों और मुख्य सचिव के एक प्रतिनिधिमंडल को स्थिति का आकलन करने और एक रिपोर्ट पेश करने के लिए तुरंत कुर्रम जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को प्रांत की सभी सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रांतीय राजमार्ग पुलिस इकाई के गठन की खातिर कार्य करने का भी निर्देश दिया। गंडापुर ने शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और पीड़ितों के परिवारों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की। उन्होंने कहा, 'निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना बेहद दुखद और निंदनीय है। इस वारदात में शामिल लोग कानून की पकड़ से बच नहीं पाएंगे।'
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निशाने पर रहते हैं शिया मुसलमान
खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत पाकिस्तान का अशांत इलाका है। ये हमला खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम इलाके में हुआ है। कुर्रम अफगानिस्तान की सीमा से लगा आदिवासी क्षेत्र है। यहां सुन्नी और शिया कबीलों के बीच पहले भी संघर्ष होता रहा है। हालिया महीनों में बहुसंख्यक सुन्नी और अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों के बीच हुईं झड़पों में दर्जनों लोगों की मौत हुई है। अब तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पिछले महीने अपर कुर्रम जिले में दो जनजातियों के बीच झड़प में कम से कम 11 लोगों की जान चली गई थी। इन 11 मृतकों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं जबकि 6 अन्य घायल हुए थे। इससे पहले, निचले कुर्रम जिले में जमीन विवाद को लेकर हुई गोलीबारी की घटना में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई थी।
पाकिस्तान में शिया और सुन्नी आबादी
पाकिस्तान में शिया मुस्लिम, अल्पसंख्यक हैं। साल 2009 की प्यू रिसर्च सेंटर (Pew Research Report) की माने तो 96 फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी वाले पाकिस्तान में शिया कुल आबादी का करीब 15 फीसदी है। पाकिस्तान में सुन्नी मुसलमानों की आबादी करीब 80 फीसदी है। पाकिस्तान में शिया मुसलमानों को निशाना बनाने की खबरें अक्सर आती हैं। 2001 से अब तक टारगेट किलिंग में करीब 2500 शिया मुसलमानों की हत्या हो चुकी है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 21 November 2024 at 20:14 IST