अपडेटेड May 7th 2025, 23:50 IST
भारतीय सेना के 'आपरेशन सिंदूर' के कारण पाकिस्तान में खौफ का माहौल है। बीती रात भारतीय रणबाकुंरों ने पाकिस्तान में 9 आंतकी ठिकानों पर बारूद बरसाकर पूरे पाकिस्तान की नींद उड़ा दी। भारतीय सेना का खौफ पाकिस्तान में इस कदर है कि उसने इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, कराची समेत कई बड़े शहरों में ब्लैकआउट कर दिया है। बाजारों को बंद कर लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है।
आज की रात पाकिस्तान के लिए खौफ की रात रहने वाली है। पाकिस्तान को डर है कि कहीं भारतीय सेना फिर से बचे हुए आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए हमला न कर दे। पूरा पाकिस्तान खौफ से साये में जी रहा है। इंडियन आर्मी ने जिस तरह बीती रात पिन पॉइंटेड लॉकेशन पर बारूद बरसाकर आतंकियों खात्मा किया है, वो सबक है आतंक के उन आकाओं के लिए जिन्होंने भाड़े के टट्टूओं के जरिए भारत में दहशतगर्दी की नापाक साजिशों को अंजाम दिया था।
भारतीय सेना के खौफ से पाकिस्तान में खौफ
'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए भारतीय सेना ने ना केवल आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया है बल्कि उनके आकाओं को भी बता दिया कि भारत जब चाहे जैसे चाहे पाकिस्तान में घुसकर उनकी कब्र खोद सकता है और पाकिस्तान की फौज को उसकी कानों कान खबर भी नहीं पता चलेगी। जिस पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई के सरपरस्ती में आतंक के सपोले इस्लामाबाद की गलियों में बेफिक्र घूमते और भारत के खिलाफ नापाक मंसूबों को अंजाम देने की साजिश रचते हैं, आज उन्हीं पाकिस्तान की गलियों में भारतीय सेना के खौफ से सन्नाटा पसरा हुआ है।
ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम हमले का बदला
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने PoK और पाकिस्तान में करीब 9 जगहों पर आतंकी ठिकानों मुरीदके, भावलपुर, मुजफ्फराबाद में दो निशाने, गुलपुर,भुमर, चकमरू, कोटली, सियालकोट के पास एक शिविर को निशाना बनाया है। आॉपरेशन सफल होने का बाद भारतीय सेना ने ट्वीट कर लिखा, “इंसाफ हो गया। जय हिंद भारत अमर रहे।
जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने तबाह
भारत के इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के मुख्यालय को तबाह कर दिया गया। लश्कर का गढ़ 'मरकज ए तैयबा', जहां 26/11 का आतंकी अजमल कसाब ट्रेनिंग ले चुका था, अब मलबे में तब्दील हो चुका है। जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय ‘मस्जिद जश-शुभानअल्लाह’ भी पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया है। इसके अलावा हिजबुल के कई ट्रेनिंग कैम्प भी निशाने पर रहे।
पब्लिश्ड May 7th 2025, 23:50 IST