अपडेटेड 7 June 2025 at 14:08 IST
BRICS Nation Support India: चीन ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा की है। शुक्रवार, 6 जून को ब्रासीलिया में आयोजित BRICS संसदीय मंच ने इस हमले की भर्त्सना करते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर निर्णायक कार्रवाई करने का संकल्प लिया। इस मंच में शामिल देशों ने स्पष्ट संदेश दिया कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है, और इसके खिलाफ वैश्विक सहयोग आवश्यक है। BRICS मंच में चीन के साथ-साथ कई मुस्लिम देशों की भागीदारी इस निंदा को और भी महत्वपूर्ण बनाती है। इससे पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा है, क्योंकि उस पर लंबे समय से आतंकवाद को शह देने के आरोप लगते रहे हैं। यह घटनाक्रम भारत की आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक समर्थन जुटाने की कोशिशों को बल देता है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकजुटता को दर्शाता है।
ब्रासीलिया में आयोजित BRICS संसदीय मंच की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता का सशक्त संदेश दिया गया। इस मंच में भारत, ब्राज़ील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ-साथ ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, इथियोपिया और इंडोनेशिया जैसे प्रमुख मुस्लिम देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बैठक में भारत का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने किया। उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुद्दा उठाया और आतंकवाद के खिलाफ सख्त वैश्विक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों में भेजा है, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करना है। इस कूटनीतिक प्रयास का असर BRICS मंच में भी साफ दिखा, जहां चीन सहित कई मुस्लिम देशों ने आतंकवाद के विरुद्ध भारत के रुख का समर्थन किया। यह घटनाक्रम भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक सफलता माना जा रहा है और पाकिस्तान के लिए एक अहम झटका, क्योंकि अब उसके खिलाफ वैश्विक माहौल तेजी से बनता दिख रहा है।
ब्रासीलिया में आयोजित BRICS संसदीय मंच की बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्ष मजबूती से रखा। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आतंकवाद आज एक वैश्विक संकट का रूप ले चुका है, जिससे निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग अत्यंत आवश्यक है।
बिड़ला ने आतंकवाद से लड़ने के लिए चार प्रमुख उपाय सुझाए
बिड़ला के इन सुझावों को बैठक में उपस्थित सभी देशों का समर्थन मिला और इन प्रस्तावों को BRICS संसदीय मंच की अंतिम घोषणा-पत्र में भी स्थान दिया गया। इस एकमत समर्थन को भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब भारत वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को उजागर करने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
ब्रासीलिया में आयोजित BRICS संसदीय मंच की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग का स्पष्ट संदेश दिया गया। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, बैठक के अंत में जारी संयुक्त घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई। साथ ही सभी BRICS देशों की संसदों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर काम करने पर सहमति जताई। बैठक में भारत का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में आतंकवाद से निपटने के लिए चार ठोस उपाय सुझाए गए। आतंकी संगठनों की आर्थिक मदद रोकना, इंटेलिजेंस साझा करना, तकनीक के दुरुपयोग को रोकना और न्यायिक प्रक्रियाओं में सहयोग बढ़ाना। इन सभी सुझावों को प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर अंतिम घोषणा पत्र में शामिल किया। बैठक में आतंकवाद के अलावा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), वैश्विक व्यापार, अंतर-संसदीय सहयोग, और अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा हुई। यह मंच न केवल भारत की चिंताओं को अंतरराष्ट्रीय समर्थन दिलाने में सफल रहा, बल्कि BRICS सहयोग को वैश्विक मुद्दों पर और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
पब्लिश्ड 7 June 2025 at 14:08 IST