अपडेटेड 16 March 2025 at 08:10 IST

BIG BREAKING: भारत का दुश्‍मन और हाफिज सईद का सबसे करीबी आतंकी अबु कताल की पाकिस्तान में हत्या, रियासी हमले का था मास्टरमाइंड

Pakistan: पाकिस्तान से बड़ी खबर सामने आ रही है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को बड़ा झटका लगा है। मोस्ट वांटेड आतंकी अबु कताल सिंघी मारा गया है।

Abu Qatal killed in Pakistan
Abu Qatal killed in Pakistan | Image: Republic

Pakistan : पाकिस्तान से बड़ी खबर सामने आ रही है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को बड़ा झटका लगा है। मोस्ट वांटेड आतंकी अबु कताल सिंघी मारा गया है।

जानकारी के मुताबिक, अबु कताल सिंघी की बीती रात (15 मार्च) झेलम में हत्या कर दी गई। ये पूरी घटना शनिवार रात 8 बजे की है। अबु कताल सिंघी लश्कर-ए-तैयबा का ब़ड़ा आतंकी हाफिस सईद का बेहद करीबी सहयोगी था। हाफिस सईद को 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। इस हमले में लगभग 166 निर्दोषों की जान चली गई थी। 

NIA  की मोस्ट वॉन्टेंड लिस्ट में था शामिल 

जाने लें कि अबु कताल सिंघी भारत में कई बड़े हमलों को अंजाम दे चुका है। अबु कतला एनआईए की मोस्ट वॉन्टेंड लिस्ट में शामिल था। 9 जून को रियासी के शिव-खोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले का एक मास्टरमाइंड अबु कताल सिंधी ही था। इतना ही नहीं, अबु कताल को कश्मीर के कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है। इसके अलावा, साल 2023 के राजौरी हमले में भी NIA ने अबू कताल को जिम्मेदार ठहराया था। जाहिर है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां लंबे वक्त से उसे खोज रही थीं। ऐसे में उसकी हत्या की खबर को बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। 

राजौरी हमले में NIA ने की थी चार्टशीट दाखिल

साल 2023 में राजौरी में हुए हमले को लेकर NIA ने 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी भी शामिल थे। 1 जनवरी 2023 को राजौरी जिले के ढांगरी गांव में आतंकवादी हमला हुआ था जिसमें आतंकियों ने आम लोगों को टारगेट किया। इसके एक दिन बाद ही IED विस्फोट हुआ था। हमले में 2 बच्चों समेत 7 लोग मारे गए थे, वहीं कई अन्य घायल हो गए थे।  

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चार्जशीट में शामिल तीन आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुख्य सदस्य के रूप में हुई जिसमें सैफुल्लाह उर्फ साहिद जट्ट, अबू कताल और मोहम्मद कासिम के नाम शामिल थे। अबू कताल और साहिद जट्ट पाकिस्तानी नागरिक थे। वहीं मोहम्मद कासिम की बात करें तो वो साल 2002 के करीब पाकिस्तान चला गया और वहां लश्कर के आतंकी नेटवर्क में शामिल हो गया। 

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Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 16 March 2025 at 07:42 IST