अपडेटेड 29 March 2025 at 10:41 IST
म्यांमार के लिए भारत ने शुरू किया Operation Brahma; मदद के लिए अब तक क्या-क्या भेजा?
म्यांमार में पिछले दिन 7.7 की तीव्रता के बड़े भूकंप ने सब कुछ पलट दिया। अब तक म्यांमार में 700 के करीब लोगों के मारे जाने की सूचना है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Myanmar Eearthquake: म्यांमार में भूकंप से आई तबाही के बाद भारत पड़ोसी होने के नाते और मानवता के लिए मददगार बनकर पहुंचा है। म्यांमार में पिछले दिन 7.7 की तीव्रता के बड़े भूकंप ने सब कुछ पलट दिया। अब तक म्यांमार में 700 के करीब लोगों के मारे जाने की सूचना है और हजारों लोग घायल हैं। मौतों का ये आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है, क्योंकि गरीब देशों में शामिल म्यांमार में राहत और बचाव के लिए हाइटेक तकनीक की कमी है। मसलन अब भारत ने मदद के तौर पर म्यांयार के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा (Operation Brahma) शुरू किया है।
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भारत ने म्यांमार के लिए मदद भेजी है। ऑपरेशन ब्रह्मा इस ऑपरेशन का नाम है। विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कि भारत से मानवीय मदद की पहली खेप म्यांमार के यांगून हवाई अड्डे पर पहुंच गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत घटनाक्रम पर नजर रखना जारी रखेगा तथा और अधिक सहायता दी जाएगी।
भारत ने म्यांमार के लिए क्या-क्या भेजा?
ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत भारत ने म्यांमार के लिए खाने पीने के अलावा आम लोगों की जरूरत की चीजें भेजी हैं। इनमें टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाद्य पैकेट, स्वच्छता किट, जनरेटर और आवश्यक दवाओं शामिल हैं। कुल 15 टन राहत सामग्री म्यांमार भेजी है। भारतीय वायु सेना का सी-130 जे विमान लगभग 15 टन राहत सामग्री लेकर हिंडन वायु सेना स्टेशन से रवाना हुआ, जो म्यांमार के यांगून पहुंच चुका है। भारत ने म्यांमार में राहत और बचाव के लिए रेस्क्यू टीम भी भेजी है। उसके अलावा एक मेडिकल टीम को म्यांमार में देवदूत के रूप में पहुंचाया गया है।
म्यांमार में मरने वालों की संख्या 700 के करीब
म्यांमार में 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर लगभग 700 हो गई है। सरकार के एक बयान के अनुसार, अब तक 694 लोग मृत पाए गए हैं और 1670 अन्य घायल हुए हैं। शुक्रवार दोपहर को भूकंप आया जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले से बहुत दूर नहीं था, जिससे कई इलाकों में इमारतें गिर गईं और अन्य व्यापक क्षति हुई।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 29 March 2025 at 10:41 IST