अपडेटेड 20 September 2025 at 15:49 IST

यूरोप के कई एयरपोर्ट पर बड़ा साइबर हमला; लंदन हीर्थो, बर्लिन समेत कई हवाई अड्डों पर सेवाएं ठप

Cyberattack on European airports: लंदन हीथ्रो हवाई अड्डे ने कहा कि कई एयरलाइनों को चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम प्रदान करने वाली वैश्विक कंपनी कॉलिन्स एयरोस्पेस को इस व्यवधान से जुड़ी एक तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हीथ्रो ने X पर पोस्ट किया, "कॉलिन्स एयरोस्पेस में एक तकनीकी समस्या आ रही है जिससे प्रस्थान करने वाले यात्रियों को देरी हो सकती है।"

Cyberattack on European airports
Cyberattack on European airports | Image: Heathrow Airport/X

Cyberattack on European airports: साइबर हमले की एक बड़ी खबर सामने आई है। जी हां, शनिवार को यूरोप के कई एयरपोर्ट पर बड़ा साइबर हमला हुआ है। इसके कारण लंदन हीर्थो, बर्लिन समेत कई हवाई अड्डों पर उड़ाने प्रभावित हुई हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को ब्रुसेल्स, लंदन हीथ्रो और बर्लिन जैसे प्रमुख यूरोपीय हवाई अड्डों पर उड़ानों में देरी हुई और कई फ्लाइटें रद्द कर दी गईं। इसका कारण साइबर हमला है। इससे चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम के लिए जिम्मेदार एकल सेवा प्रदाता को निशाना बनाया गया।

ब्रुसेल्स हवाई अड्डे सहित कई यूरोपीय हवाई अड्डे प्रभावित

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रुसेल्स हवाई अड्डे ने पुष्टि की है कि शुक्रवार देर रात हुए हमले के कारण स्वचालित सिस्टम ऑफलाइन हो गए, जिससे केवल मैन्युअल चेक-इन और बोर्डिंग ही संभव हो पाई। हवाई अड्डे ने एक बयान में कहा, "शुक्रवार, 19 सितंबर की रात चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम सेवा प्रदाता पर एक साइबर हमला हुआ, जिससे ब्रुसेल्स हवाई अड्डे सहित कई यूरोपीय हवाई अड्डे प्रभावित हुए।"

ऑपरेटर ने आगे कहा कि उसका सेवा प्रदाता (service provider) "इस मुद्दे पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है" और उसने यात्रियों को सलाह दी है कि वे हवाई अड्डे पर जाने से पहले अपनी एयरलाइन से उड़ान की स्थिति की जांच कर लें। उसने यात्रियों से शेंगेन उड़ानों के लिए दो घंटे और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए तीन घंटे पहले पहुंचने का भी आग्रह किया।

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लंदन हीथ्रो और बर्लिन हवाई अड्डे ने क्या कहा?

वहीं, लंदन हीथ्रो हवाई अड्डे ने कहा कि कई एयरलाइनों को चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम प्रदान करने वाली वैश्विक कंपनी कॉलिन्स एयरोस्पेस को इस व्यवधान से जुड़ी एक तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हीथ्रो ने X पर पोस्ट किया, "कॉलिन्स एयरोस्पेस में एक तकनीकी समस्या आ रही है जिससे प्रस्थान करने वाले यात्रियों को देरी हो सकती है।" यात्रियों से कहा गया कि वे लंबी दूरी की उड़ानों के लिए तीन घंटे से अधिक पहले या घरेलू उड़ानों के लिए दो घंटे से अधिक पहले न पहुंचें।


हीथ्रो ने आगे कहा, "हालांकि प्रोवाइडर समस्या का जल्द समाधान करने के लिए काम कर रहा है, फिर भी हम यात्रियों को सलाह देते हैं कि वे यात्रा से पहले अपनी एयरलाइन से अपनी उड़ान की स्थिति की जांच कर लें। कृपया लंबी दूरी की उड़ान से तीन घंटे पहले या घरेलू उड़ान से दो घंटे पहले पहुंचें। चेक-इन एरिया में अतिरिक्त सहयोगी सहायता के लिए उपलब्ध हैं और व्यवधान को कम करने में मदद करेंगे।"

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बर्लिन हवाई अड्डे ने भी चेक-इन के लिए लंबे इंतजार की सूचना दी, और "पूरे यूरोप में काम कर रहे एक सिस्टम प्रोवाइडर" में तकनीकी समस्या का हवाला दिया। उसने कहा कि टीमें एक त्वरित समाधान पर काम कर रही हैं। अधिकारियों और एयरलाइनों ने सेवाओं की पूर्ण बहाली के लिए कोई समयसीमा नहीं बताई है। 

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Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 20 September 2025 at 15:49 IST