अपडेटेड 22 June 2025 at 16:15 IST
इजरायल-ईरान युद्ध में अमेरिका की एंट्री ने इस टकराव को नए मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका ने ईरान के तीन न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाया है। जिसके बाद ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ 30 मिसाइलें दागीं और अमेरिका को अंजाम भुगतने का चेतावनी भी दी है।
इसी बीच जानकारी सामने आ रही है कि ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची आज मॉस्को के लिए रवाना होने वाले हैं और रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करेंगे। ऐसे में दुनिया की निगाहें इस मुलाकात पर टिकी होंगी।
इजरायल-ईरान युद्ध में होगी रूस की एंट्री?
ऐसे में बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या रुस भी इस जंग में शामिल होने वाला है? रूस ने पहले ही कहा था कि इस टकराव से अमेरिका दूर ही रहे। लेकिन बीती रात जिस तरह अमेरिका ने ईरान के तीन न्यूक्यियर ठिकानों को निशाना बनाया और उसके बाद ईरानी विदेश मंत्री की पुतिन से मुलाकात इस संघर्ष को नए मोड़ पर तो नहीं ले जाएगी। या फिर पहले ही यूक्रेन से साथ युद्ध में उलझे पुतिन अमेरिका से सीधे टकराव से बचेंगे।
ईरान की चेतावनी- 'खामनेई को निशाना बनाया गया तो...'
बहरहाल, यह कहना मुश्किल है कि इस मुलाकात के बाद ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग और विध्वंशक हो जाएगी या फिर पुतिन इसे शांत करने की पहल करेंगे। फिलहाल मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर है। ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर उनके सुप्रीम लीडर खामनेई को निशाना बनाया गया तो उनकी प्रतिक्रिया 'असीमित' होगी।
अमेरिका का हमला और ईरान का पलटवार
इजरायल और ईरान के बीच जंग लगातार जारी है। इसमें अहम मोड़ तब आया, जब अमेरिका सीधे तौर पर जंग में कूद गया और ईरान के तीन परमाणु स्थलों को निशाना बनाते हुए हमला किया। अमेरिका ने ईरान के "फोर्डो, नतांज और एस्फाहान" में बम गिराए।
अमेरिका के हमलों के बाद अब ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। उसने इजरायल पर बड़ा हमला बोलते हुए मिसाइलों की बारिश शुरू कर दी। तेल अवीव समेत दूसरे प्रमुख शहरों में धमाके की आवाजें सुनी गई। ईरान का कहना है कि उसने बेन गुरियन एयरपोर्ट और दूसरे इजरायली शहरों को निशाना बनाकर अटैक किया। बताया जा रहा है कि इस दौरान ईरान ने खैबर शेकन नाम की उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया।
पब्लिश्ड 22 June 2025 at 15:47 IST