अपडेटेड 9 July 2024 at 17:39 IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendara Modi) क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) के साथ द्विपक्षीय वार्ता में शामिल हुए। दोनों नेता गर्मजोशी से एक दूसरे के साथ मिले।
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि लगभग ढाई दशक से मेरा रूस के साथ नाता जुड़ा है, आपके साथ भी कार्यक्रम ढाई दशक से मेरा नाता है। हम करीब-करीब 10 वर्षों में 17 बार मिले और पिछले 25 साल में हमारी बाईलैटरल मीटिंग करीब 22 हुई हैष यह मेरी मॉस्को की छठी यात्रा है, यह अपने आप में हमारे संबंधों की गहराई दिखता है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत-रूस द्वपक्षीय वार्ता 25 साल से चल रही है, पूरे विश्व का ध्यान मेरी इस यात्रा पर टिका हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले 40-50 साल से भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है। आतंकवाद कितना भयानक होता है वह हम पिछले 40 वर्षों से सामना कर रहे हैं। इसलिए, जब मास्को में आतंकवादी घटनाएं हुईं, जब दागिस्तान में आतंकवादी घटनाएं हुईं, उसका दर्द कितना गहरा होगा इसकी मैं कल्पना कर सकता हूं। मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि जी-20 में भारत, जी-20 की सफलता के साथ-साथ ग्लोबल साउथ की आवाज बनकर अपनी बातें रखता रहा है। आज ग्लोबल साउथ की दुनिया में शांति की अपेक्षा है, उसको भी आपके सामने प्रस्तुत किया। युद्ध हो, संघर्ष हो, आतंकवादी हमले हों, मानवता में विश्वास करने वाला हर व्यक्ति जब जनहानि होती है तो बहुत पीड़ित होता है। उसमें भी जब मासूम बच्चों का कत्ल होता है, तब दर्द बहुत भयानक होता है।
हमारी भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए शांति सर्वाधिक आवश्यक है। मैं जानता हूं, युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं होते हैं। बम, बंदूक और गोलियों के बीच समाधान और शांति वार्ताएं सफल नहीं होती हैं, हमें वार्ता के माध्यम से ही शांति के रास्ते अपनाने होंगे।
पब्लिश्ड 9 July 2024 at 16:40 IST