अपडेटेड 16 September 2025 at 19:55 IST
पाकिस्तान ने डोनाल्ड ट्रंप के दावों की निकाली हवा, कहा- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को ठुकरा दिया
Operation Sindoor, Mohammad Ishaq Dar: एक विदेशी मीडिया को दिए साक्षात्कार के दौरान, डार ने कहा कि इस्लामाबाद ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के समक्ष तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का मुद्दा उठाया है, जिस पर अमेरिकी अधिकारी ने जवाब दिया कि भारत किसी भी बाहरी हस्तक्षेप का समर्थन नहीं करता है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Operation Sindoor, Mohammad Ishaq Dar: बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाया था, जिसमें एक नेपाली नागरिक समेत कुल 26 भारतीय नागरिकों की जान गई थी। इस आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे और सीमा पार 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए थे।
भारत हमेशा से यह कहता रहा है कि इस ऑपरेशन को बंद करने के लिए खुद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से आग्रह किया था, तब जाकर भारत ने सीजफायर का ऐलान किया था। अब इस बीच पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने पाक की ओर से एक बड़ा खुलासा किया है, जिससे अमेरिका को झटका लगा है। आइए जानते हैं पूरी खबर...
भारत ने पाकिस्तान के साथ तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को खारिज कर दिया - पाक विदेश मंत्री डार
न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, कतर के दोहा में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने खुलासा किया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाने में किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा किए गए दावों के विपरीत है।
एक विदेशी मीडिया को दिए साक्षात्कार के दौरान, डार ने कहा कि इस्लामाबाद ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के समक्ष तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का मुद्दा उठाया है, जिस पर अमेरिकी अधिकारी ने जवाब दिया कि भारत किसी भी बाहरी हस्तक्षेप का समर्थन नहीं करता है। साक्षात्कार के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने रुबियो के साथ ट्रम्प के उस दावे के बारे में विशेष बातचीत का जिक्र किया जिसमें उन्होंने दोनों परमाणु राष्ट्रों के बीच 10 मई के युद्ध विराम में मध्यस्थता की बात कही थी।
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डार ने कहा, "संयोगवश, जब 10 मई को अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो के माध्यम से मेरे पास युद्ध विराम का प्रस्ताव आया... मुझे बताया गया कि पाकिस्तान और भारत के बीच एक स्वतंत्र स्थान पर वार्ता होगी... जब हम 25 जुलाई को वाशिंगटन में विदेश मंत्री रुबियो के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान मिले, तो मैंने उनसे पूछा, 'उन वार्ताओं का क्या हुआ?', तो उन्होंने कहा,' भारत का कहना है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है।"
ट्रंप के दावे के उल्टा पाक विदेश मंत्री डार की बात
पाक विदेश मंत्री डार की बात ट्रंप के बार-बार के उस दावे के विपरीत है जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बढ़े तनाव के बीच दोनों परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच संघर्ष विराम की मध्यस्थता की थी। अपने इस बयान से डार ने भी ट्रंप को झटका दे दिया है। ऑपरेशन सिंदूर भारत का पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक सैन्य हमला था। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
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मई से ही अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप यह दावा करते रहे हैं कि उनके प्रशासन की मध्यस्थता से संभावित "परमाणु युद्ध" टल गया, जिसका भारत ने स्पष्ट रूप से खंडन किया था और कहा था कि युद्ध विराम दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच सीधी सैन्य वार्ता के माध्यम से प्राप्त हुआ था।
Published By : Amit Dubey
पब्लिश्ड 16 September 2025 at 19:55 IST