अपडेटेड 30 September 2024 at 10:56 IST
Israel Vs Hezbollah: इजरायल पिछले एक साल से जंग के मैदान में है। बेंजामिन नेतन्याहू की सेना ने अपने दुश्मनों का नामोनिशान मिटाने की सौगंध ली थी और सालभर में हमास के बाद दूसरे सबसे बड़े दुश्मन हिजबुल्लाह को लगभग खत्म कर दिया है। लेबनान में एक हफ्ते से भी कम समय में इजरायली हमलों में शक्तिशाली हिजबुल्लाह के 7 टॉप कमांडर और अधिकारी मारे गए, जिनमें समूह के नेता हसन नसरल्लाह भी शामिल थे।
इजरायल की लड़ाई अपने लोगों के साथ देश को बचाने के साथ शुरू हुई थी, क्योंकि उसके आसपास सारे दुश्मन मुल्क हैं। इजरायल ने पहले हमास को हमेशा के लिए मिट्टी में मिला दिया तो उसकी हिमायत लेने वाले हिजबुल्लाह की भी कमर तोड़ दी है। इजरायल के हमले अभी भी रुक नहीं रहे हैं। आपको हिजुबुल्लाह के इन 7 टॉप कमांडर के बारे में बताते हैं, जिन्हें इजरायल ने ढेर किया है।
1992 से नसरल्लाह ने इजरायल के साथ कई युद्धों में संगठन का नेतृत्व किया था और लेबनान में पार्टी के एक शक्तिशाली खिलाड़ी के रूप में परिवर्तन की देखरेख की थी। नसरल्लाह के नेतृत्व में हिजबुल्लाह ने इराक और यमन में ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों की क्षमताओं को विकसित करने में भी मदद की। नसरल्लाह लेबनान में एक विभाजनकारी व्यक्ति हैं, उनके समर्थक 2000 में दक्षिणी लेबनान पर इजरायल के कब्जे को समाप्त करने के लिए उनकी सराहना करते थे।
पिछले शनिवार को हवाई हमले में मारे गए नबील कौक हिजबुल्लाह की केंद्रीय परिषद के उप प्रमुख था। वो 1980 के दशक में इसके शुरुआती दिनों में आतंकवादी समूह में शामिल हुआ। कौक ने 1995 से 2010 तक दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर के रूप में भी काम किया। कई मीडिया में उपस्थिति दर्ज कराई और समर्थकों को भाषण दिए, जिनमें मारे गए हिजबुल्लाह आतंकवादियों के अंतिम संस्कार भी शामिल थे। उन्हें नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा गया था।
अकील एक शीर्ष कमांडर था और हिजबुल्लाह के कुलीन राडवान बलों का नेतृत्व करता था, जिसे इजरायल लेबनान के साथ अपनी सीमा से और दूर धकेलने की कोशिश कर रहा है। वो इसके सर्वोच्च सैन्य निकाय, जिहाद परिषद का सदस्य भी था और कई सालों से संयुक्त राज्य अमेरिका की वांछित सूची में था। अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि अकील उस समूह का हिस्सा था जिसने 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर बमबारी की थी और जर्मन और अमेरिकी बंधकों को पकड़ने की साजिश रची थी।
वेहबे राडवान फोर्सेज का कमांडर था और उसने लगभग दो दशक पहले इसके गठन के बाद से संगठन को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में एक हवाई हमले में अकील के साथ उसकी भी मौत हो गई थी, जिसमें एक इमारत पर हमला किया गया था और उसे नष्ट कर दिया गया था।
कराकी ने हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे का नेतृत्व किया, जो चल रहे संघर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। कराकी के बारे में बहुत कम जानकारी है, जो नसरल्लाह के साथ मारा गया था।
सुरूर हिजबुल्लाह की ड्रोन इकाई का प्रमुख था, जिसका इस्तेमाल इसराइल के साथ इस मौजूदा संघर्ष में पहली बार किया गया था। उनके नेतृत्व में हिजबुल्लाह ने इजरायल में गहरे विस्फोटक और टोही ड्रोन लॉन्च किए, जो उसके रक्षा प्रणालियों में घुस गए थे।
कोबेसी ने हिजबुल्लाह की मिसाइल इकाई का नेतृत्व किया। इजरायली सेना का कहना है कि कोबेसी ने 2000 में उत्तरी सीमा पर तीन इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या की योजना बनाई थी, जिनके शव चार साल बाद हिजबुल्लाह के साथ कैदी की अदला-बदली में वापस किए गए थे।
पहले के महीनों में इजरायल की सेना ने हिजबुल्लाह के कई शीर्ष कमांडरों को निशाना बनाया। जुलाई के अंत में फुआद शुकुर को मार गिराया। अमेरिका ने फुआद शुकुर पर 1983 में बेरूत में बमबारी की साजिश रचने का आरोप लगाया, जिसमें 241 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। दक्षिण में प्रमुख इकाइयों के नेता, जवाद ताविल, तालेब अब्दुल्ला और मोहम्मद नासिर, जो कई दशकों से हिजबुल्लाह की सैन्य गतिविधि के महत्वपूर्ण सदस्य बन गए थे, सभी की हत्या कर दी गई।
पब्लिश्ड 30 September 2024 at 10:56 IST