अपडेटेड 21 June 2025 at 13:03 IST
Donald Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पाकिस्तान नोबेल शांति पुरस्कार दिलवाना चाहता है। पाकिस्तानी सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रॅपति को को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए औपचारिक रूप से नामित करने की सिफारिश की। इसके बावजूद ट्रंप का मानना है कि वो चाहें कुछ भी क्यों न करें, उन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिलेगा। इस दौरान वो एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाने का दावा करते नजर आए।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक पोस्ट में दुनियाभर में कई मोर्चों पर चल रहे युद्ध को रुकवाने का दावा किया और कहा कि इसके बाद भी उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा। इस दौरान उन्होंने बकायदा भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाने की बात कही, जबकि भारत उनके इस दावे को बार-बार खारिज कर चुका है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को साफ किया कि भारत ने न तो कभी किसी की मध्यस्थता स्वीकार की, न स्वीकार करता है और न ही कभी करेगा। बावजूद इसके बाद ट्रंप सीजफायर का क्रेडिट लेने की कोशिश करते रहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पोस्ट में कांगो और रवांडा के बीच हुए समझौते के बारे में बताते हुए यह पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, "मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मैंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ मिलकर कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और रवांडा गणराज्य के बीच एक शानदार संधि की व्यवस्था की है। रवांडा और कांगो के प्रतिनिधि सोमवार को वाशिंगटन में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए आएंगे।"
उन्होंने इसे अफ्रीका और दुनिया के लिए एक महान दिन बताया। साथ ही ट्रंप ने आगे यह भी लिखा, "मुझे इसके लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा। मुझे भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा। मुझे सर्बिया और कोसोवो के बीच युद्ध रोकने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा। मुझे मिस्र और इथियोपिया के बीच शांति बनाए रखने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे लिखा, "मुझे मध्य पूर्व में अब्राहम समझौते करने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा, जो अगर सब कुछ ठीक रहा, तो और देश इसमें शामिल होंगे और "युगों" में पहली बार मध्य पूर्व को एकीकृत करेगा! नहीं, मुझे नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा... चाहे मैं कुछ भी करूं, रूस/यूक्रेन और इजरायल/ईरान, परिणाम जो भी हों, मुझे नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा, लेकिन लोग जानते हैं और यही मेरे लिए मायने रखता है।"
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पाकिस्तान की सरकार ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए ट्रंप का नाम नॉमिनेट किया है। पाक की ओर से भारत के साथ सीजफायर कराने में ट्रंप के हस्तक्षेप की सराहना की और यह कहा कि उनकी कोशिशों की वजह से ही यह हुआ और एक बहुत बड़े युद्ध का खतरा टल सका। वहीं, इससे पहले 18 जून को पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसीम मुनीर और ट्रंप की व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई थी। तब भी मुनीर ने ट्रंप को नोबल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट करने की बात कही थी।
पब्लिश्ड 21 June 2025 at 13:03 IST