अपडेटेड 7 July 2025 at 08:19 IST

‘आतंक पर दोहरा मापदंड नहीं चलेगा’ पहलगाम हमले पर BRICS की एकजुट ललकार, PM मोदी बोले- शह देने वालों को सजा जरूरी

Pahalgam Terror Attack: ब्रिक्स समिट 2025 में पहलगाम आतंकी हमले की गूंज सुनने को मिली। पीएम मोदी ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा। वहीं, ब्रिक्स देशों ने भी एक साझा बयान में आतंकी हमले की कड़ी शब्दों की निंदा की।

BRICS Summit 2025
BRICS Summit 2025 | Image: X

BRICS Summit 2025: ब्राजील में आयोजित ब्रिक्स समिट में पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा छाया रहा। एक साझा बयान में इस हमले की तो कड़ी निंदा की ही गई है। साथ ही BRICS के सभी सदस्य देशों ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का संकल्प भी दोहराया। इस दौरान पीएम मोदी ने ब्रिक्स के मंच से पाकिस्तान को लताड़ लगाई। साथ ही संयुक्त राष्ट्र को भी जमकर सुनाया गया।

ब्रिक्स समिट ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है। जो आतंक को शह देते या फिर इसका समर्थन करते हैं, ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए।

BRICS ने जारी किया साझा बयान

वहीं, ब्रिक्स में शामिल सभी सदस्य देशों ने एक साझा बयान जारी कर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की। बयान में कहा गया, "हम आतंकवाद के किसी भी कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं, चाहे वह किसी भी उद्देश्य से किया गया हो। आतंकवादियों के सीमा पार आवागमन, आतंकवाद की फंडिंग और सुरक्षित ठिकानों समेत सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।"

ब्रिक्स देशों ने बयान में कहा कि हम दोहराते हैं कि आतंकवाद को किसी भी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। आतंकी कार्रवाई को जो अंजाम देते हैं या फिर जो इसका समर्थन करते हैं। उनको जिम्मेदार ठहराए जाना जरूरत है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत उनको न्याय के कठघरे तक लाना ही होगा।

Advertisement

आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति- BRICS

बयान में कहा कि आतंकवाद को लेकर ब्रिक्स देश जीरो टॉलरेंस की नीति को मानते हैं। ये भी मानते हैं कि आतंकवाद से टक्कर लेने के लिए दोहरे मापदंड नहीं अपनाएं जाने चाहिए।

PM मोदी ने उठाया पहलगाम का मुद्दा

वहीं, ब्रिक्स समिट में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि आतंकवाद आज मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती बनकर उभरा है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकवादी हमला भारत की आत्मा, पहचान और गरिमा पर सीधा हमला था।

Advertisement

उन्होंने कहा कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए ब्रिक्स देशों को आतंकवाद पर काबू पाने के लिए एक स्पष्ट और एकीकृत रुख अपनाना चाहिए। आतंकवाद जैसे विषय पर दोहरे मानदंडों के लिए कोई जगह नहीं है। अगर कोई भी देश आतंकवाद को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।

पीएम ने यह भी कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में बिल्कुल भी हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। हम आतंकवाद के पीड़ितों और उसके समर्थकों को एक ही तराजू पर नहीं तौल सकते। व्यक्तिगत या राजनीतिक हितों के लिए आतंकवाद को कोई भी मौन समर्थन या स्वीकृति अस्वीकार्य होनी चाहिए।

UN पर भी कसा तंज

प्रधानमंत्री मोदी ने UN पर तंज कसते हुए कहा, "AI के युग में, जहां हर हफ्ते तकनीक अपडेट होती है, यह स्वीकार्य नहीं है कि कोई वैश्विक संस्थान 80 साल में एक बार भी अपडेट न हो। 20वीं सदी के टाइपराइटर 21वीं सदी के सॉफ्टवेयर को नहीं चला सकते।"

यह भी पढ़ें: BRICS सम्मेलन में मोदी फायर! PM ने UN पर कसा तंज, बोले- ‘20वीं सदी के टाइपराइटर 21वीं सदी के सॉफ्टवेयर को नहीं चला सकते’

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 7 July 2025 at 08:19 IST