Published 11:44 IST, October 11th 2024
बांग्लादेश में आस्था पर चोट! जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी, PM मोदी ने किया था गिफ्ट
Bangladesh News: बांग्लादेश के सतखिरा में बने 51 शक्तिपीठों में से एक जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी हो गया है।
Bangladesh News: बांग्लादेश के सतखिरा में बने 51 शक्तिपीठों में से एक जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी हो गया है। इस मुकट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च, 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान मंदिर को उपहार में दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये चोरी दोपहर 2 बजे से 2.30 बजे के बीच हुई, जब मंदिर के पुजारी दिलीप मुखर्जी दिन की पूजा के बाद अपने घर चले गए। सफाई कर्मचारियों के बाद में पता चला कि देवी के सर से मुकुट गायब है।
देवी से सर के मुकुट चोरी होने की घटवा पर श्यामनगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ताइजुल इस्लाम ने कहा, "हम चोर की पहचान करने के लिए मंदिर के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं।"
सोने और चांदी की परत से बना है मुकुट
चोरी हुआ मुकुट, जो चांदी और सोने की परत से बना है, महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जेशोरेश्वरी मंदिर भारत और पड़ोसी देशों में फैले 51 शक्तिपीठों में से एक है। 'जेशोरेश्वरी' नाम का अर्थ है 'जेशोर की देवी'। बता दें कि पीएम मोदी ने अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान 27 मार्च, 2021 को जेशोरेश्वरी मंदिर का दौरा किया था।
51 शक्ति पीठों में एक है जेशोरेश्वरी मंदिर
जेशोरेश्वरी को माता सती के 51 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि यह वह जगह है जहां माता सती के शरीर के अंग गिरे थे। जेशोरेश्वरी वही स्थान है जहां माता की हथेली गिरी थी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाराजा प्रतापादित्य के सेनापति ने झाड़ियों से प्रकाश की एक चमकदार किरण देखी, और एक मानव हथेली के आकार में नक्काशीदार पत्थर के टुकड़े पर पहुँचे। बाद में, प्रतापादित्य ने काली की पूजा शुरू की, और जेशोरेश्वरी काली मंदिर का निर्माण किया। 'जेसोर की देवी' होने के कारण, इसका नाम जेसोर के नाम पर रखा गया।
Updated 11:44 IST, October 11th 2024