अपडेटेड 5 May 2025 at 23:49 IST
बाल खींचे, थप्पड़ मारे, जमीन पर गिरा-गिराकर मारा... वीडियो वायरल होने के बाद प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन दोनों सस्पेंड
हैरान करने वाले इस वीडियो में महिला प्रिंसिपल को महिला लाइब्रेरियन के साथ बुरी तरह से मार-पीट करते देखा जा सकता है।
- वायरल न्यूज़
- 2 min read

Principal and Librarian Suspended: स्कूल की प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन के बीच मारपीट का जो वीडियो वायरल हो रहा था उसपर शिक्षा विभाग ने एक्शन लेते हुए दोनों टीचर को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, मध्य प्रदेश में खरगोन के एक सरकारी स्कूल में शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाला स्कूल अखाड़ा बन गया, स्कूल की महिला प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन के बीच विवाद बढ़ते बढ़ते इतना बढ़ गया कि दोनों टीचरों को पकड़ पकड़ के मारा।
दोनों ने एक-दूसरे के बाल खींचे, थप्पड़ मारे और जमीन पर पटक दिया। जिसके बाद इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो के बाद जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है।
सख्त कार्रवाई की संभावना
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। दोनों शिक्षिकाओं को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है। प्राचार्य को ICU में भर्ती किया गया है, जबकि लाइब्रेरियन भी अस्पताल में भर्ती हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रिंसिपल-लाइब्रेरियन ने एक दूसरे के बाल नोचे
हैरान करने वाले इस वीडियो में महिला प्रिंसिपल को महिला लाइब्रेरियन के साथ बुरी तरह से मार-पीट करते देखा जा सकता है। दोनों महिलाएं मार-पीट में एक-दूसरे को पूरी टक्कर दे रही हैं। कभी लाइब्रेरियन प्रिंसिपल को मुक्का मारती तो कभी प्रिंसिपल लाइब्रेरियन का बाल नोचती। दोनों की लड़ाई के बीच एक समय ऐसा आया कि एक ने दूसरी को कसकर जमीन पर पटक दिया। दूसरी महिला भी हार मानने का नाम नहीं ले रही थी, उसने भी उनका पटका और बाल पकड़ लिया। दोनों एक-दूसरे का बाल छोड़ने का नाम नहीं लेती हैं। वहां मौजूद लोग उन्हें एक-दूसरे से छुड़वाने आते हैं लेकिन दोनों किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं होती हैं।
Advertisement
टीचरों की लड़ाई, बच्चों को क्या सिखाएंगे
एक तरफ ये वीडियो देख लोग हस रहे हैं तो दूसरे और कुछ लोग इस घटना के बाद शिक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। शिक्षकों को बच्चों के लिए आदर्श बनना चाहिए, लेकिन जब वे खुद अनुशासनहीनता का प्रदर्शन करते हैं, तो यह चिंता का विषय बन जाता है। लोग प्रशासन के मांग कर रहे हैं कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
Advertisement
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 5 May 2025 at 23:49 IST