अपडेटेड May 5th 2025, 16:39 IST
प्रयागराज के महाकुंभ से चर्चित हुई साध्वी और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया ने उस मुस्लिम शख्स को बहुत ही जोरदार अंदाज में जवाब दिया है जिसने उन्हें मेल कर शादी करने के लिए प्रस्ताव भेजा। हर्षा रिछारिया ने अपने सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम अकाउंट पर उस मुस्लिम शख्स के मेल का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए एक पोस्ट की जिसमें उन्होंने उस मुस्लिम शख्स को जोरदार लताड़ लगाई है। असलम पठान नाम के शख्स ने हर्षा रिछारिया को मेल करके लिखा कि मुझे आपसे शादी करनी है बताओ क्या करना होगा? आज कहोगी तो आज ही शादी कर लूंगा। बस शर्त बता दो क्या शर्त है आपसे शादी करने की? इस मेल का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए हर्षा रिछारिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया और कहा, 'इस बंदे की हिम्मत की दाद देनी चाहिए।'
मुस्लिम शख्स असलम पठान के इस मेल पर हर्षा रिछारिया नाराज हो गईं और उन्होंने इस मेल का करारा जवाब देते हुए कहा कि 'हिंदू धर्म की रक्षा में उनके पूर्वजों ने संघर्ष किया था और वह भी धर्म परिवर्तन के खिलाफ खड़ी हैं। दूसरी बात तुमको क्या लगता है की हिंदू शेरों को छोड़कर हमें सुअर पसंद आएंगे। तीसरी बात, अगर मैं आज हिंदू हूं इसका मतलब मेरे पूर्वजों ने धर्म परिवर्तन की लड़ाई लड़ी होगी और धर्म परिवर्तन के खिलाफ अब मैं खड़ी हूं। तीसरी बात, तुम ना अपनी मां के सगे हो और न ही अपनी बहन बेटियों के तो फिर तुम किसी और के सगे क्या होगे?'
हर्षा रिछारिया एक पूर्व सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, स्टेज एंकर और अब एक साध्वी हैं। उन्होंने महाकुंभ 2025 में अपनी उपस्थिति से ध्यान आकर्षित किया, जब उन्हें प्रयागराज में 'सबसे सुंदर साध्वी' के रूप में पहचाना गया। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह साध्वी नहीं हैं, बल्कि एक साधक हैं जो आध्यात्मिक मार्ग पर चल रही हैं। हर्षा का जन्म उत्तर प्रदेश के झांसी में हुआ था, लेकिन उनका पालन-पोषण मध्य प्रदेश के भोपाल में हुआ। उनके पिता दिनेश रिछारिया एक बस कंडक्टर हैं, जबकि उनकी मां किरण रिछारिया एक बुटीक चलाती हैं। हर्षा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भोपाल में प्राप्त की और बाद में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद, उन्होंने अहमदाबाद से योगा में विशेष प्रशिक्षण लिया।
16 वर्ष की आयु में, हर्षा ने स्टेज एंकरिंग के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। वह विभिन्न कार्यक्रमों और इवेंट्स की मेज़बानी करती थीं, जिससे उन्हें पहचान मिली। इसके बाद, उन्होंने अभिनय की ओर रुख किया और धार्मिक एल्बमों में काम किया, जिससे उन्हें एक वफादार अनुयायी वर्ग मिला। इसके साथ ही, वह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहीं और अपनी जीवनशैली, मेकअप कला और यात्रा के अनुभव साझा किए। हालांकि हर्षा की पेशेवर जीवन में सफलता थी, लेकिन वह आंतरिक शांति की तलाश में थीं। 2023 में, उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज से दीक्षा ली और आध्यात्मिक मार्ग अपनाया। उन्होंने सांसारिक जीवन का त्याग कर ध्यान, साधना और समाज सेवा को अपनी प्राथमिकता बनाई।
महाकुंभ 2025 में हर्षा की उपस्थिति ने उन्हें 'सुंदर साध्वी' के रूप में प्रसिद्ध किया। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह साध्वी नहीं हैं, बल्कि एक साधक हैं जो आध्यात्मिक मार्ग पर चल रही हैं। उनकी उपस्थिति ने सोशल मीडिया पर हलचल मचाई, और उनके वीडियो वायरल हो गए। फिलहाल मौजूदा समय हर्षा हरिद्वार में रहतीं हैं और अपनी आध्यात्मिक यात्रा जारी रखे हुए हैं। वह समाज सेवा, ध्यान और साधना में सक्रिय हैं और अपने अनुयायियों को प्रेरित करती हैं। उनका मानना है कि आंतरिक शांति और संतुलन ही जीवन का वास्तविक उद्देश्य है।
पब्लिश्ड May 5th 2025, 16:34 IST