अपडेटेड 23 May 2025 at 15:20 IST
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई... 12वीं मंजिल से गिरी महिला तो पति समझा मर गई; तभी हुआ चमत्कार, बोली- बचा लो मैं...
दक्षिण-पूर्वी चीन के जियांग्शी प्रांत में एक महिला 12वीं मंजिल से गिरने का बाद भी जिंदा बच गई। फिलहाल महिला अस्पताल में भर्ती है, उसे मामूली चोट आई है।
- वायरल न्यूज़
- 3 min read

भारत में एक कहावत है कि 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोई, बाल न बाका करि सकै, जो जग बैरी होय', इसका अर्थ है कि जिसकी रक्षा ईश्वर करता है, उसका कोई विनाश नहीं कर सकता, वो बड़ी-बड़ी मुसीबत को भी पार कर जाता है। ऐसा ही एक वाक्या चीन में देखने को मिला। यहां 44 वर्षीय एक महिला चमत्कारिक रूप से 12 मंजिल से गिरने के बाद बच गई और जमीन पर गिरने के बाद भी वह अपने पति को मदद के लिए पुकारने में सक्षम थी।
दक्षिण-पूर्वी चीन के जियांग्शी प्रांत के लेपिंग में फैक्ट्री क्लीनर पेंग हुइफैंग में हुई घटना के बाद महिला की जीवत बचने की घटना की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। लोग अविश्वास और आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं। 13 मई को, पेंग अपने पति की एक क्लाइंट की बालकनी को सील करने में मदद कर रही थी। दंपति एक भारी खिड़की को उठाने के लिए क्रेन का उपयोग कर रहे थे, जिसका वजन कई सौ किलोग्राम होने का अनुमान है, जमीन से 12वीं मंजिल तक खिड़की को पहुंचाया।
भारी खिड़की के साथ 12वीं मंजिल से नीचे गिरी पेंग
जैसे ही खिड़की ऊपर चढ़ी, वह एक पेड़ की शाखा में फंस गई। ऊपर से खिड़की को खींच रही पेंग खिड़की के साथ इमारत के बाहर चली गई और नीचे गिरने लगी। उसने सुरक्षा रस्सी नहीं पहनी थी, बस यही एक वजह रही जिससे उसकी जान पर बन आई। हादसे को याद कर पेंग ने बताया कि मैं बस यही सोच रही थी, मैं मरने जा रही हूं, मैं इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ रही हूं।
इस वजह से बच गई पेंग की जान
मगर पेंग चमत्कारिक रूप से बच गई क्योंकि नीचे वो जहां जमीन पर गिरने वाली थी, वहां एक केनोपी (टेंट) की छतरी टूटी हुई थी। वह उसी पर जा गिरी। जमीन पर गिरने से पहले ही उसके प्रभाव को काफी हद तक टेंट ने अवशोषित कर लिया था। पेंग को गहरी चोट आई थी और वो जमीन पर लेटी होने के कारण हिलने में असमर्थ थी। हालांकि, वह अपने पति को चिल्लाने में कामयाब रही। उसने चिल्लाकर बुला मैं अभी मरी नहीं हूं, 120 पर कॉल करो।
Advertisement
अस्पताल में चल रहा इलाज
पेंग को नानचांग अस्पताल में ले जाया गया, जहा उसके दाहिने पैर, बाए पैर और पीठ के निचले हिस्से में फ्रैक्चर सहित कई चोटों का इलाज करने के लिए उसकी सर्जरी की गई। उसका ऊपरी शरीर काफी हद तक सुरक्षित है। डॉक्टरों का कहना है कि वह छह महीने में फिर से सामान्य रूप से चलने में सक्षम हो जाएंगी।
Advertisement
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 23 May 2025 at 15:20 IST