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अपडेटेड 31 May 2025 at 18:39 IST

ऑफिस में सहकर्मी को किया किस, कंपनी ने निकाला, कोर्ट ने बर्खास्तगी को अवैध बताते हुए मुआवजा भी दिलाया

ये मामले ने सिखाता है कि हमें अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कानून को बेहतर ढंग से समझना चाहिए। चीन में एक मैनेजर को 2015 में महिला सहकर्मी को किस करने पर जॉब से निकाला गया था। कोर्ट ने 2017 में कंपनी की बर्खास्तगी को अवैध बताते हुए मुआवजा देने का फैसला सुनाया।

Reported by: Digital Desk
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Manager kissed colleague in office, got fired, but court said it was wrong got his job back
किस करने पर कंपनी ने निकाला, तो कोर्ट पहुंचा सीनियर मैनेजर | Image: Meta AI

ऑफिस में काम करने का एक तौर-तरीका होता है। अगर आप ऑफिस डेकोरम का ध्यान नहीं रखते हैं, तो अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। लेकिन कई बार कुछ लोग अपनी मर्यादाओं को भूल जाते हैं। कुछ लोग अपने पर्सनल स्पेस के काम और निजी चीजें भी ऑफिस में करने लगते हैं, जिसकी वजह से कई बार मुसीबत झेलनी पड़ जाती है।

एक शख्स ने ऑफिस डेकोरम को भूलकर अपनी सहकर्मी को ऑफिस में ही किस कर दिया। जब ये बात टॉप मैनेजमेंट तक पहुंची तो उसे अपनी जॉब से हाथ धोना पड़ा। लेकिन उस शख्स ने कंपनी मैनेजमेंट के फैसले को कोर्ट में चुनौती देने की ठान ली। उसकी किस्मत अच्छी थी कि कोर्ट में केस जीत गया और फिर से नौकरी वापस मिल गई, लेकिन आप ऐसा करने की सोचना भी मत!

2015 में किया था किस

ये पूरा मामला पूर्वी चीन के किंगदाओ शहर का है। एक लिन नाम के सीनियर मैनेजर ने अपने ऑफिस में महिला जूनियर को 2015 में किस किया था। इसके बाद कंपनी ने एक्शन लेते हुए आरोपी मैनेजर को बर्खास्त कर दिया था। इस घटना के बाद उन्होंने अपनी कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया और यह मामला जीत लिया। अब ये मामला चीनी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।

कोर्ट ने 2017 में सुनाया फैसला

इस मामले में कोर्ट ने अपना फैसला दो साल बाद 2017 में सुनाया था। कोर्ट ने अपने फैसले में सीनियर मैनेजर लिन की बर्खास्तगी को अवैध ठहराया और कंपनी को फिर से नौकरी पर रखने का आदेश सुनाया। लीन को मई 2015 में बर्खास्त किया गया था, वो प्रोडक्शन सुपरवाइजर के तौर पर एक विदेशी शिपिंग कंपनी में काम करते थे। उनपर आरोप था कि उन्होंने अपनी एक महिला सहकर्मी को ऑफिस की सीढ़ियों पर गले लगाकर किस किया था। जो कंपनी के हिसाब से ऑफिस में अनुशासनहीनता और नियनों का उल्लंघन था।

लिन पर कंपनी ने महिला कर्मचारी के साथ यौन उत्पीड़न और व्यक्तिगत लाभ के लिए अपने पद के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। कंपनी का फैसला CCTV फुटेज पर आधारित था, जिसमें लिन को कार्यालय की सीढ़ियों पर एक महिला को गले लगाते और चूमते हुए दिखाया गया था।

कंपनी से मुआवजे की मांग

लिन ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार करते हुए, कंपनी से बहाली और मुआवजे की मांग करते हुए अदालत में चुनौती दी थी। किंगदाओ की एक अदालत ने शुरू में फैसला सुनाया कि महिला के लिए लिन का व्यवहार सही नहीं था और कंपनी के कार्यकारी आचार संहिता का उल्लंघन किया गया था। इसलिए, अदालत ने कंपनी द्वारा उनकी सेवाएं खत्म करने को कानूनी माना।

लिन की अपील पर बाद में अदालत ने पाया कि कंपनी यह दिखाने के लिए कोई सबूत पेश नहीं कर सकी कि लिन को उनकी स्थिति से कोई व्यक्तिगत लाभ मिला है। हालांकि कंपनी ने कहा कि उसके कर्मचारियों को नैतिक नियमों का पालन करना चाहिए। यह कोई अनिवार्य नियम नहीं था, बल्कि एक सिद्धांत था जिसका कंपनी ने समर्थन किया। अदालत ने फैसला सुनाया कि कर्मचारी के कार्य नैतिक मानकों के अनुरूप हैं या नहीं, इसे बर्खास्तगी के लिए विचार नहीं करना चाहिए।

लिन को मिला मुआवजा

कोर्ट में महिला ने बताया कि उनका लिन के साथ "अच्छा रिश्ता" था और उन्होंने दावा किया कि लिन ने कभी भी उनका यौन उत्पीड़न, धमकी या डराया-धमकाया नहीं। फरवरी 2017 में उच्च न्यायालय द्वारा जारी अंतिम फैसले के अनुसार, कंपनी लिन को फिर से नौकरी पर रखेगी होगा और उनकी बर्खास्तगी की अवधि के लिए, उनकी वार्षिक आय 1.13 मिलियन युआन (157,000 अमेरिकी डॉलर) के आधार पर मुआवजा देगी।

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पब्लिश्ड 31 May 2025 at 18:39 IST