अपडेटेड 16 June 2025 at 12:42 IST
जब तक नहीं मिलेगा न्याय, उबलती रहेगी चाय...,हथकड़ी लगा चाय बेच रहा ये शख्स, टपरी का नाम रखी 'धारा 498A'- जानें वजह
जब तक नहीं मिलेगा न्याय, उबलती रहेगी चाय... हथकड़ी लगाकर चाय बेच रहा ये शख्स, टपरी का नाम रखा '498A Tea Stall' आखिर क्या है इसकी कहानी?
- वायरल न्यूज़
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राजस्थान का एक चाय वाला इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पूरे इलाके में इस चाय वाले की चर्चा हो रही हैं क्योंकि इसकी टपरी का नाम और चाय का बनाने का अंदाज कुछ ऐसा है कि लोगों के मन में कई सवाल खड़े कह रहे हैं। चाय बेचने वाला शख्स का नाम कृष्णा कुमार है जो कभी UPSC की तैयारी करता था।
राजस्थान के अंता शहर में एक अनोखी चाय की दुकान इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। यह सिर्फ एक चाय का ठेला नहीं, बल्कि एक आदमी की कानूनी लड़ाई और व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने का अलग तरीका भी है। यह स्टॉल कृष्ण कुमार धाकड़ का है, जिनके ऊपर उनकी पत्नी ने 498A और भरण-पोषण से जुड़ी धारा 125 के तहत मामला दर्ज कराया था।
ससुराल के ठीक सामने लगाई टपरी
कृष्ण कुमार ने पत्नी के लगाए आरोपों को झुठा बताया है और विरोध का एक साहसी है और प्रतीकात्मक तरीका चुनाव है। यह टपरी केके ने अपने ससुराल के ठीक सामने लगाई गई है और इसका नाम दिया है, 498A T Cafe। इसने अपनी टपरी पर शादी का सहरा और वरमाला भी टांक रखा है। यह सिर्फ टी स्टॉल नहीं है बल्कि दहेज उत्पीड़न की धारा 498A और इसके दुरुपयोग के खिलाफ एक विरोध भी है।
होर्डिंग ने खींचा लोगों का ध्यान
चाय की टपरी पर होर्डिंग में लिखा, ‘जब तक नहीं मिलेगा न्याय, उबलती रहेगी चाय’। कृष्ण कुमार हर दिन इस स्टॉल पर चाय परोसते हैं। उनके हाथों में प्लास्टिक की हथकड़ी बंधी होती है। यह हथकड़ी उनके तीन सालों की पीड़ा और अपमान की कहानी भी कहती है, जो उन्होंने झेली है।उनके ठेले के चारों ओर लगे बैनर और पोस्टर भी लोगों का ध्यान खींच रहा है। उनमें लिखे नारे कुछ इस तरह है-
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- ‘जब तक नहीं मिलता न्याय, तब तक उबलती रहेगी चाय’
- ‘आओ चाय पर चर्चा करें, 125 में कितना देना पड़ेगा खर्चा’
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, कृष्ण कुमार और मीनाक्षी मालव की शादी 2018 में हुई थी। दोनों ने साथ मिलकर मधुमक्खी पालन का कारोबार शुरू किया था, जो न केवल आर्थिक रूप से सफल रहा, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बना। इस पहल के जरिए स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार का अवसर मिला और उन्हें आत्मनिर्भरता की राह दिखाई गई। इतनी सराहनीय थी यह पहल कि मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2021 में उनके हनी स्टार्टअप का उद्घाटन महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में किया था।
न्याय का इंतजार
मगर कुछ दिनों बाद शादी में दरार आ गई। मीनाक्षी ने कृष्ण पर दहेज उत्पीड़न और भरण-पोषण के मुकदमे दर्ज कर दिए। इसके बाद केके का जीवन एक नए मोड़ पर आ गया। उनका दावा है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं और उन्हें मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से तोड़ने के लिए लगाए गए। ऐसे में 498A T Cafe खोलकर विरोध की आवाज उठाई है। अब ये न केवल उनके विरोध की आवाज बन गया है, बल्कि यह व्यवस्था पर एक सवाल भी है- क्या हर शिकायत सही होती है? क्या हर आरोपी दोषी होता है?
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 16 June 2025 at 10:52 IST