अपडेटेड 5 April 2025 at 22:05 IST

खाने के ऑर्डर में 70 हजार, वाइन में 50 हजार… सालाना 2 करोड़ कमाने पर भी इंजीनियर परेशान! खर्चों की लिस्ट देख चकरा जाएगा सिर

Bengaluru Salary: बेंगलुरु में बतौर प्रिंसिपल सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी करने वाले एक आदमी ने LinkedIn पर कुछ ऐसा पोस्ट कर दिया है जिसे देख आप हैरान रह जाएंगे।

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Bengaluru Engineer Living Expense
Bengaluru Engineer Living Expense | Image: AI

Bengaluru Salary: देशभर से लोग नौकरियां करने के लिए बेंगलुरु जाते हैं। यही कारण है कि उसे भारत का 'सिलिकॉन वैली' भी कहा जाता है। इस शहर में जितनी मेहनत है, उतना पैसा भी है। ऐसे में अब बेंगलुरु में बतौर प्रिंसिपल सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी करने वाले एक आदमी ने LinkedIn पर कुछ ऐसा पोस्ट कर दिया है जिसे देख आपके कान खड़े हो जाएंगे।

उसने खुलासा किया कि वो एक साल में 1.8 करोड़ रुपये कमाता है लेकिन फिर भी उसके खर्चे पूरे नहीं हो पा रहे हैं। इस प्रिंसिपल सॉफ्टवेयर इंजीनियर का नाम आस वोरा जैन है जिसका LinkedIn पोस्ट अब सोशल मीडिया पर तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है।

2 करोड़ का पैकेज, फिर भी खर्चे नहीं हो रहे पूरे

आस वोरा जैन का कहना है कि लगभग सालाना दो करोड़ रुपये उठाने के बाद भी बेंगलुरु उसके लिए रहने लायक जगह नहीं है। उसने हर महीने अपने खर्चे का हिसाब भी दिया है। उसने खुलासा किया कि टैक्स के बाद वो अपने घर लगभग 1 करोड़ या 8.3 लाख/माह ले जाता है। इंदिरानगर में 3BHK का किराया 1.5 लाख रुपये है। 

इसके लिए लक्जरी कार (BMW/मर्सिडीज) के लिए EMI वो 80,000 रुपये भरता है। डोमेस्टिक हेल्प और लॉन्ड्री सेवा में 15,000 रुपये चले जाते हैं। स्विगी/जमैटो ऑर्डर में करीबन 70,000 रुपये खर्च हो जाते हैं। इसके अलावा, 5-सितारा होटलों में कॉकटेल और खाने का खर्चा है लगभग 1.2 लाख रुपये। गोवा और दुबई की वीकेंड ट्रिप में 1 लाख रुपये, ब्रांडेड सफेद टी-शर्ट में 10,000 रुपये, प्रीमियम ऑर्गेनिक वाइन में 50,000 रुपये, जिम और फिटनेस मेंबरशिप (कल्ट + पर्सनल ट्रेनर) में 12,000 रुपये, क्रिप्टो और स्टॉक इन्वेस्टमेंट में 1 लाख रुपये। कुल खर्चा लगभग 8.87 लाख रुपये हो गया है। 

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करोड़ों कमाने के बाद भी हर महीने हो रहा नुकसान

सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने अपने पोस्ट के अंत में लिखा कि “हर हफ्ते 40 घंटे घर से काम करने और पैसे कमाने के बावजूद हर साल 1.8 करोड़ रुपये के साथ, मैं किसी तरह ऐसी स्थिति में पहुंच गया हूं जहां मुझे हर महीने 57,000 रुपये का नुकसान हो रहा है”।

उन्होंने आखिरी में लिखा- “इस शहर की दिक्कत क्या है”। हालांकि, आस वोरा जैन ने ये भी क्लियर कर दिया था कि ये पोस्ट केवल एक ‘व्यंग्य’ (Satire) है। फिर भी लोग इस पोस्ट पर तरह-तरह के मजेदार कमेंट्स कर रहे हैं। एक ने लिखा- ‘तुम गोल्ड खाने का खर्चा बताना तो भूल ही गए’, वहीं दूसरा लिखता है- ‘दिक्कत शहर में नहीं, आप में हैं’। बहुत से लोग समझ गए कि ये पोस्ट केवल मजाक में किया गया है।

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Published By : Sakshi Bansal

पब्लिश्ड 5 April 2025 at 22:01 IST