अपडेटेड 19 March 2025 at 06:51 IST
Sunita Williams Return Photos: स्पेस से धरती पर आने में लगे करीब 17 घंटे, Photos में देखें लैंडिंग का मनमोहक का नजारा
Sunita Williams Return Photos: सुनीता विलियम्स और निक हेग समेत चारों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी का सफर चरणों में तस्वीरों के जरिए देखें।
- टेक्नोलॉजी न्यूज
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Sunita Williams Return Journey in Photos: पिछले 9 महीने से स्पेस में फंसे होने के बाद आखिरकार 19 मार्च 2025 तड़के ठीक तीन बजकर 28 मिनट पर क्रू-9 के सदस्य सुनीता विलियम्स, निक हेग, अलेक्जेंडर गोर्बुनोव और बुच विल्मोर की स्पेस से पृथ्वी पर लैंडिंग सफल रही। स्पेस से पृथ्वी तक पहुंने की प्रक्रिया में ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को करीब 17 घंटे का समय लगा। ड्रैगन को फ्लोरिडा के समुद्री तट पर लैंड कराया गया। आइए तस्वीरों का माध्यम से देखते हैं, अंतरिक्ष यात्रियों की लैंडिंग का मनमोहक नजरा।
पहला स्टेप डिऑर्बिट का: सबसे पहले ISS से ड्रैगन का डिऑर्बिट शुरू हुआ।
27 हजार किमी प्रति घंटे से आया ड्रैगन: बता दें, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट 27 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की ओर आ रहा था। हालांकि, अलग-अलग गहों पर इसकी गति बदल रही थी।
10 मिनट के लिए ड्रैगन से टूटा संपर्क: इसके बाद पृथ्वी के वायुमंडल में आने के बाद ड्रैगन से करीब 10 मिनट के लिए संपर्क टूट गया। ऐसी स्थिति में हीट कैप्सल इसकी रक्षा और निगरानी कर रहा था।
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डि-ऑर्बिट प्रक्रिया पूरी: इसके बाद स्पेस एयरक्रॉफ्ट की डि-ऑर्बिट की प्रक्रिया पूरी हो गई। और पृथ्वी के वायुमंडल में ड्रैगन प्रवेश कर चुका था।
स्प्लैशडाउन से पहले टूटा संपर्क: स्प्लैशडाउन में महज 33 मिनट का समय रह गया था, जब ड्रैगन से संपर्क टूट गया।
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लैंडिंग से पहले खुले चारों पैराशूट: लैंडिंग से पहले ड्रैगन के चारों पैराशूट खुल गए। इन पैराशूट के जरिए ही चारों अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी पर लैंड किया।
फ्लोरिडा के समंदर में सफल स्प्लैशडाउन: चारों पैराशूट खुलने के बाद फ्लोरिडा के समुद्री सतह पर सफल स्प्लैशडाउन हुआ।
ड्रैगन कैप्सूल को बोट पर रेस्क्यू किया: इसके बाद ड्रैगन कैप्सूल को फास्ट बोट पर रेस्क्यू किया गया। रिकवरी शिप पर रेस्क्यू किए जाने के बाद कैप्सूल को समुद्र से बाहर लाया गया।
पानी से धोया गया कैप्सूल: कैप्सूल का हैच खोलने से पहले इसे साफ पानी से धोया गया और अच्छी तरह से जांच किया गया।
हैच खोलकर अंतरिक्ष यात्रियों को लाया गया बाहर: हैच खोलकर सभी अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर लाया गया।
मेडिकल चेकअप: नियमित प्रक्रिया के तहत, क्रू-9 के सदस्यों को एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा, जहाँ उनकी मेडिकल जांच की जाएगी। इसमें रक्त की जाँच, ईसीजी और गतिशीलता परीक्षण होगा। माइक्रोग्रैविटी के प्रभाव, जैसे कि हड्डियों का नुकसान, मांसपेशियों का शोष और विकिरण जोखिम का भी आकलन किया जाएगा। गुरुत्वाकर्षण और उसके खिंचाव के कारण वेस्टिबुलर परिवर्तनों का अनुभव करने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर में होने वाले परिवर्तनों को निर्धारित करना आवश्यक है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 19 March 2025 at 06:17 IST