अपडेटेड 14 July 2025 at 16:16 IST

Shubhanshu Shukla: अनडॉकिंग से धरती पर लैंड करने तक... शुभांशु शुक्ला की ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से वापसी में कब क्या होगा? जानिए सबकुछ

भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 14 जुलाई को ISS से रवाना होंगे। 15 जुलाई को उनके धरती पर लौटने की उम्मीद है। ISS से शुभांशु को पृथ्वी पर लैंड करने में करीब 22-23 घंटे का समय लग सकता है।

shubhanshu shukla
शुभांशु शुक्ला की वापसी की तैयारी। | Image: Axiom Space/ X

भारतीय अंतरिक्ष यात्री और भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला करीब 18 दिनों के बाद मंगलवार, 15 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि 14 जुलाई को शाम 4:30 बजे अनडॉकिंग निर्धारित है, और शुभांशु शुक्ला के अगले दिन दोपहर लगभग 3 बजे पृथ्वी पर उतरने की उम्मीद है।

बता दें, ISS पर शुभांशु शुक्ला को 13 जुलाई को फेयरवेल मिला। फेयरवेल के दौरान उन्होंने भारत को लेकर काफी इमोशनल स्पीच भी दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत आज भी दुनिया के सारे जहां से अच्छा है। इस दौरान उन्होंने राकेश शर्मा को याद किया।

कैसे होगी शुभांशु शुक्ला की वापसी?

शुक्ला स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान से वापस लौटेंगे, जो अनडॉकिंग नामक एक स्वचालित प्रक्रिया के तहत धीरे-धीरे ISS से अलग होगा। यह सिस्टम स्वतंत्र रूप से काम करते हुए, अंतरिक्ष यान पर मौजूद चालक दल सभी चरणों पर बारीकी से नजर रखेगा। अलग होने के बाद, कैप्सूल पृथ्वी की ओर उतरना शुरू कर देगा।

अंतरिक्ष यान की गति धीमी करने और उसे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में पुनः प्रवेश करने देने के लिए, एक विपरीत रॉकेट थ्रस्ट, को एक्टिव किया जाएगा। यह प्रक्रिया वायुमंडल में एक नियंत्रित प्रवेश पथ सुनिश्चित करती है।

Advertisement

जैसे ही अंतरिक्ष यान पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश करेगा, उसे अत्यधिक गर्मी और प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा। इस समय, कैप्सूल लगभग 28,000 किमी/घंटा की गति से यात्रा करेगा, और नीचे उतरते समय धीरे-धीरे गति कम करता जाएगा। पैराशूटों का एक क्रम, पहले ड्रोग, फिर मुख्य पैराशूट, अवरोहण की गति को और धीमा करने और सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया जाएगा।

क्रू ड्रैगन कहां उतरेगा?

मौसम और मिशन नियंत्रण स्थितियों के आधार पर, स्पलैशडाउन अटलांटिक महासागर या मेक्सिको की खाड़ी में होने की उम्मीद है। लैंडिंग के बाद, स्पेसएक्स की रिकवरी टीम कैप्सूल को सुरक्षित करने और चालक दल की सहायता के लिए तुरंत पहुंचेगी।

Advertisement

अंतरिक्ष यात्रियों के साथ, कैप्सूल लगभग 263 किलोग्राम कार्गो के साथ पृथ्वी पर वापस आएगा, जिसमें नासा के हार्डवेयर और कक्षा में किए गए 60 से अधिक प्रयोगों से प्राप्त वैज्ञानिक डेटा शामिल हैं।

वापसी में कितना समय लगेगा?

अनडॉकिंग से लेकर स्प्लैशडाउन तक की पूरी वापसी प्रक्रिया में अनुमानित 22 से 23 घंटे लगेंगे। जब तक अंतरिक्ष यान पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा, तब तक पैराशूट की सहायता से अंतिम अवतरण के दौरान इसकी गति 28,000 किमी/घंटा से घटकर लगभग 25.75 किमी/घंटा हो जाएगी।

इसे भी पढ़ें: 'महत्वाकांक्षी-निडर, आज भी भारत सारे जहां से अच्‍छा', स्पेस में मिले फेयरवेल में बोले शुभांशु शुक्ला, 15 जुलाई को समंदर में होगी लैंडिंग

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 14 July 2025 at 16:16 IST