अपडेटेड 14 July 2023 at 10:51 IST

चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम 'विक्रम' और रोवर का 'प्रज्ञान', जानिए नामकरण के पीछे की कहानी

Chandrayaan-3: इसरो आज श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 लॉन्च करेगा। जानिए चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम 'विक्रम' और रोवर का 'प्रज्ञान'ही क्यों रखा गया।

भारत का चंद्रयान मिशन
भारत का चंद्रयान मिशन | Image: self

Chandrayaan-3: इसरो आज श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 लॉन्च करने वाला है। आज यानी 14 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट 17 सेकेंड पर चंद्रयान-3 चांद की ओर उड़ान भरने वाला है। इसके लिए इसरो ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।

आपको बता दें कि इसरो ने चंद्रयान-3 के लिए अपने लैंडर का नाम विक्रम और रोवर का नाम प्रज्ञान रखा है। कई लोगों को इन नामों के पीछे की वजह नहीं पता होगी। आज हम जानेंगे कि इसरो ने चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर के लिए यही नाम क्यों चुना है।

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  • आज यानी 14 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट 17 सेकेंड पर चंद्रयान-3 चांद की ओर उड़ान भरने वाला है
  • चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ एक चंद्र दिवस की है
  • चंद्रयान-2 के लैंडर और रोवर का नाम भी यही था। इसमें इस बार कोई बदलाव नहीं किया गया है
chandrayaan 3

- इस बार चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट को बदला गया है। यह चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास करीब 70 डिग्री साउथ की तरफ है

चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर के नाम विक्रम और प्रज्ञान ही क्यों?

चंद्रयान-3 के लॉन्च से पहले कई लोगों के मन में इसके लैंडर और रोवर के नाम को लेकर सवाल हैं। आपको बता दें कि चंद्रयान-2 के लैंडर और रोवर का नाम भी यही था। इसमें इस बार कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

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चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। विक्रम साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम (Indian Space Programme) का जनक कहा जाता है। चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ एक चंद्र दिवस की है। यह लैंड करने के लिए चंद्रयान-2 के सी-2 ऑर्बिटर की तस्वीरों का इस्तेमाल करने वाला है। लैंडर के लेग्स को चंद्रयान-2 से ज्यादा मजबूत किया गया है।

रोवर की बात करें तो चंद्रयान-3 के रोवर का नाम प्रज्ञान रखा गया है, जिसका मतलब है-  'बुद्धिमता' (wisdom)। रोवर को यह नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि वैज्ञानिकों का मानना है कि रोवर को अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करके चांद की सतह पर कई चीजों की जानकारी इकट्ठा करनी है।

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चंद्रयान-3 की विशेषताएं

कंपोनेंट्स

प्रोपल्सन मॉड्यूल, लैंडर, रोवर

वजन

ऑर्बिटर का वजन- 2,145 किलो
लैंडर का वजन- 1749.86 किलो (रोवर के साथ)
रोवर- 26 किलो
कुल वजन- 3900 किलो

मिशन लाइफ 

प्रोपल्सन मॉड्यूलः 3 से 6 महीने
लैंडर, रोवरः एक चंद्र दिवस

लैंडिंग साइट

69.36 डिग्री साउथ और 32.34 डिग्री ईस्ट (चंद्रयान-2 की साइट से थोड़ी दूर)

चांद पर कुल दिन

42 दिन (चंद्रयान-2 से पहले)

लैंडर

चंद्रयान-2 के सी-2 ऑर्बिटर की तस्वीरों का इस्तेमाल करने वाला है। चंद्रयान-3 के लेग्स चंद्रयान-2 से ज्यादा मजबूत हैं।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 14 July 2023 at 10:51 IST