अपडेटेड 9 August 2024 at 16:28 IST

किसी ने मेडल को चूमा, किसी ने तकिए पर सजाया; ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद ऐसा रहा खिलाड़ियों का रिएक्शन

मेडल जीतने के बाद खिलाड़ियों की पहली रात बेहद खास रही। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर में पीआर श्रीजेश अपने ब्रॉन्ज मेडल को तकिए पर सजाए रखे हैं।

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PR Sreejesh and Harmanpreet Singh
PR Sreejesh and Harmanpreet Singh | Image: X

Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक में भारतीय की शान 'हॉकी' के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गुरुवार, 8 अगस्त को ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में स्पेन को 2-1 से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारतीय हॉकी टीम का पेरिस ओलंपिक से सफर खत्म हो गया। इंडियन हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक और पेरिस ओलंपिक में लगातार ब्रॉन्ज मेडल जीतकर 52 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।

स्पेन को 2-1 से हराने के बाद भारतीय हॉकी टीम के साथ पूरा देश खुशी की लहर में झूम उठा। भारतीय हॉकी टीम की दीवार कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश का ये आखिरी इंटरनेशनल टूर्नामेंट रहा। जीत के बाद सारे खिलाड़ियों की आंखे नम थी और एक-दूसरे को गले लगाकर बधाई दे रहे थे।

पीआर श्रीजेश की तस्वीर वायरल 

मेडल जीतने के बाद खिलाड़ियों की पहली रात बेहद खास रही। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर में पीआर श्रीजेश अपने ब्रॉन्ज मेडल को तकिए पर सजाए रखे हैं। तकिए पर मेडल को सजाकर रखने का मतलब ये मेडल उनके लिए बेहद खास है और उन्होंने इसे बहुत मेहनत से कमाया है।

कप्तान हरमनप्रीत ने मेडल को चूमा 

वहीं बात करें सरपंच साहब की यानी हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह की तो उन्होंने जीत के बाद ब्रॉन्ज मेडल को चूमा। हरमनप्रीत की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की ओर से हरमनप्रीत सिंह 8 मैचों में 10 गोल करने वाले खिलाड़ी रहे। भारत की ओर से हरमनप्रीत ने सबसे ज्यादा गोल किए जो कि पूरे टूर्नामेंट में कुल 10 गोल है।

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भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने में सबसे ज्यादा योगदान गोलकीपर पीआर श्रीजेश और कप्तान हरमनप्रीत सिंह का है। श्रीजेश दीवार बनकर डटे रहे और विरोधियों को गोल के लिए तरसा दिया। वहीं हरमनप्रीत सिंह ने भारत के लिए आधे से ज्यादा गोल किए। इन दोनों की जुगलबंद का नजारा तो उस वक्त देखने को मिला जब पीआर श्रीजेश ने अपना आखिरी मैच खेल लिया तो कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने उन्हें अपने कंधों पर बैठा लिया। ये नजारा देखकर हर भारतीय की आंखे नम हो गईं।

पीआर श्रीजेश ने खेला आखिरी इंटरनेशनल टूर्नामेंट 

इस जीत के साथ ही भारत के लिए 336 मैच खेलने वाले पीआर श्रीजेश ने इंटरनेशनल हॉकी को अलविदा कह दिया। आठ बार की चैंपियन भारतीय पुरुष हॉकी टीम का यह 13वां ओलंपिक पदक है। भारत ने 52 साल बाद लगातार दो ओलंपिक मेडल जीते हैं। इससे पहले 1968 में मैक्सिको और 1972 में म्यूनिख ओलंपिक में भारत ने कांस्य जीता था। 

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Published By : Shubhamvada Pandey

पब्लिश्ड 9 August 2024 at 16:28 IST