अपडेटेड July 31st 2024, 22:43 IST
Paris Olympics: भारत के विदेशी राइफल निशानेबाजी कोच थॉमस फार्निक ने बुधवार को कहा कि शूटिंग सेंटर में तेज हवा पेरिस ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाले निशानेबाजों के लिए मुश्किल पैदा कर रही है। साथ ही भारतीय निशानेबाजों को यहां इतनी तेज हवा की जानकारी नहीं थी जिससे भी उनकी परेशानी बढ़ गई।
निशानेबाजों में से एक स्वप्निल कुसाले बुधवार को ओलंपिक में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए। अब वह बृहस्पतिवार को पोडियम स्थान हासिल करने की कोशिश करेंगे वहीं सिफत कौर सामरा और अंजुम मौदगिल महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन क्वालीफिकेशन में निशाना साधेंगी।
फार्निक ने कहा, ‘‘तैयारी बहुत अच्छी है। सब कुछ तय है। अब यह महत्वपूर्ण है कि निशानेबाजों के पास प्रतियोगिता के लिए एकदम सही मानसिकता हो, उनका दिमाग मुक्त हो और वे अच्छा प्रदर्शन कर सकें। ’’ स्थितियों के बारे में बात करते हुए इस ऑस्ट्रियाई कोच ने कहा, ‘‘हल्की हवा से भी असर पड़ता है। हाल ही में उन्होंने हवा के समय निशानेबाजी करने की तकनीक सीखी थी। पहले उन्हें इसके अहमियत पता नहीं थी इसलिए वे अभी पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरे नहीं हैं। लेकिन इसका असर सभी निशानेबाजों पर पड़ेगा।’’
तोक्यो ओलंपिक की निराशा के बाद उन्हें भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ने कोच नियुक्त किया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पदक की उम्मीद कर रहा था। कल हमारे पास फाइनल में स्वप्निल कुसाले हैं और हमारी दो लड़कियों के पास एक और मौका है। यहां के हालात आसान नहीं हैं। हवा से थोड़ी मुश्किल है। ’’
पब्लिश्ड July 31st 2024, 22:43 IST