Published 20:22 IST, August 23rd 2024
पेरिस पैरालंपिक में भाग लेने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला बनेंगी वेलेंटीना पेट्रिलो
पेरिस पैरालंपिक की शुरुआत में अब कुछ ही दिन बचे हैं। इटली की वेलेंटीना पेट्रिलो पेरिस पैरालंपिक खेलों में भाग लेने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला बनेंगी।
Paris Paralympics 2024: वेलेंटीना पेट्रिलो को 7 साल की उम्र में एथलेटिक्स से लगाव हो गया, जब उन्होंने 1980 के मॉस्को ओलंपिक में इटली के धावक पिएत्रो मेनिया को 200 मीटर में स्वर्ण पदक जीतते देखा था।
एक लड़के के रूप में पली बढ़ी ट्रांसजेंडर महिला पेट्रिलो ने कहा-
मैं उसके जैसा बनना चाहती थी, मैं नीली (इटली की जर्सी का रंग) शर्ट पहनना चाहती थी, मैं ओलंपिक में जाना चाहती थी। मेरी राह में कई लेकिन, किंतु और परंतु थे। मैं इसे एक महिला के रूप में करना चाहती थी, क्योंकि मैं एक पुरुष की तरह महसूस नहीं करती थी।
पेट्रिलो चार दशक के बाद 50 साल की उम्र में अपने सपने को साकार करने वाली है। वह हालांकि ओलंपिक की जगह पैरालंपिक खेलों में भाग लेंगी। वह दृष्टिबाधित एथलीटों के लिए टी12 वर्ग में 200 और 400 मीटर दौड़ में भाग लेकर पैरालंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला बनने के लिए तैयार है।
विश्व एथलेटिक्स ने पिछले साल ट्रांसजेंडर महिलाओं को युवावस्था के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने से प्रतिबंधित कर दिया था। लेकिन उसके पैरा समकक्ष, विश्व पैरा एथलेटिक्स ने इसका पालन नहीं किया है। पेट्रिलो आंख की रोशनी खोने की चुनौतियों का सामना करने के बावजूद खुद को भाग्यशाली मानती हैं।
उन्होंने एसोसिएटेड प्रेस से कहा-
हां, मेरी दृष्टि में समस्या है, मुझे आंशिक रूप से दिखाई देता है, मैं ट्रांसजेंडर हूं। यह भी सही है कि इटली में ट्रांसजेंडर होना अच्छा नहीं है लेकिन मैं एक खुश इंसान हूं। मेरे सपने को सच होने में 50 साल लग गये। हम सभी को जिंदगी में दूसरा मौका मिलता है।
बता दें कि पेरिस पैरालंपिक में भारत के भी 84 पेरा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं और पहला जत्था पेरिस पहुंच भी गया है।
Updated 20:22 IST, August 23rd 2024