अपडेटेड 27 July 2024 at 14:29 IST
Paris Olympic 2024: खेल के इतिहास में नया मुकाम, जेंडर इक्वलिटी के लिए याद किया जाएगा पेरिस ओलंपिक
ओलंपिक खेलों के इतिहास में 2024 पेरिस ओलंपिक एक मील का पत्थर साबित होने जा रहा है, क्योंकि जेंडर इक्वलिटी की ओर ऐतिहासिक कदम उठाया गया है।
- खेल समाचार
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Gender Equality in Olympics: ओलंपिक खेलों के इतिहास में 2024 पेरिस ओलंपिक एक मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। क्योंकि यहां पहली बार पुरुष और महिला एथलीटों की समान भागीदारी देखने को मिलेगी। जी हां, ओलंपिक में जेंडर इक्वलिटी दिखेगी जिससे ओलंपिक एजेंडा 2020 और आईओसी की सिफारिशें पूरी होगी। बता दें अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने ओलंपिक एजेंडा 2020 की 11वीं सिफारिश को पूरा कर लिया है, जिसका लक्ष्य पुरुष और महिला एथलीटों के बीच 50:50 लिंग संतुलन और मिश्रित टीम स्पर्धाओं की संख्या में वृद्धि करना है।
हेलेन बार्बी एक अमेरिकी मूल की स्विस नाविक थीं, जिन्होंने 1900 के समर ओलंपिक में स्विट्जरलैंड का प्रतिनिधित्व करते हुए भाग लिया और ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला बनीं थी। 1900 में हुए पेरिस ओलंपिक में सिर्फ 22 महिलाओं ने हिस्सा लिया था। लेकिन इसके बाद 1996 में अटलांटा में हुए खेलों में महाकुंभ 26 खेलों में महिलाओं ने हिस्सा लिया।
पूर्ण लैंगिक समानता वाला पहला ओलंपिक
अटलांटा में जितने एथलीटों ने हिस्सा लिया था, उसमें 34 प्रतिशत हिस्सेदारी महिला खिलाड़ियों की थी, लेकिन इस बार पेरिस में स्थिति पूरी तरह से अलग है। पेरिस ओलंपिक 2024 बेहद खास है, क्योंकि पहली बार ना सिर्फ ओपनिंग सेरेमनी स्टेडियम के बाहर हुई, बल्कि इस बार सभी खेलों में महिला एथलीटों की समान रूप से भागीदारी भी है। 2024 पेरिस ओलंपिक पूर्ण लैंगिक समानता हासिल करने वाला पहला ओलंपिक होगा।
एथलीटों के बीच 50:50 लिंग संतुलन
पेरिस ओलंपिक 2024 में 5,250 पुरुष और 5,250 महिला एथलीट कॉम्पिटिशन करेंगे। जिससे अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ओलंपिक एजेंडा 2020 की 11वीं सिफारिश को पूरा करने में कामयाबी हासिल कर लेगा। जिसका लक्ष्य पुरुष और महिला एथलीटों के बीच 50:50 लिंग संतुलन करना है।
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ओलंपिक खेलों में पहले कम थी महिलाएं
1896 में पहली बार ओलंपिक खेलों का आयोजन हुआ था और महिलाओं की भागीदारी कम थी। फिर पेरिस में 1900 में हुए ओलंपिक में 997 एथलीटों में से 22 महिलाएं थीं, जिन्होंने पांच कॉम्पिटिशन में हिस्सा लिया, जिसमें टेनिस, क्रिकेट, घुड़सवारी और गोल्फ जैसे खेल शामिल थे।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मुक्केबाजी में ऐतिहासिक रूप से पुरुष एथलिटों का प्रभुत्व रहा है, लेकिन पेरिस में स्थिति बदली हुई है। पेरिस में जितने भार वर्ग में पुरुष एथलीट हिस्सा लेंगे, उतने में ही महिला एथलीट हिस्सा ले रही हैं। महिला मुक्केबाजी ओलंपिक में साल 2012 में शामिल की गई थी, तब तीन कैटेगरी में महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था, जबकि पुरुष एथलीट ने 10 में हिस्सा लिया था। पेरिस में महिला और पुरुष दोनों ही सात अलग-अलग बेट कैटेगरी में हिस्सा लेंगे।
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लैंगिक समानता का यह ऐतिहासिक कदम
2024 पेरिस ओलंपिक में लैंगिक समानता का यह ऐतिहासिक कदम न सिर्फ महिलाओं के लिए नए अवसर खोलेगा, बल्कि ओलंपिक खेलों के प्रति समाज की सोच में भी एक सकारात्मक बदलाव लाएगा।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 27 July 2024 at 14:29 IST