अपडेटेड 2 June 2025 at 12:10 IST
Norway Chess 2025: विश्व शतरंज चैंपियन और भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश (D Gukesh) ने एक बार फिर अपने खेल से देश का नाम रोशन किया है। सबसे युवा विश्व चैंपियन डोमाराजू गुकेश ने नॉर्वे शतरंज 2025 के राउंड 6 में पूर्व नंबर-1 मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) को मात दी। सबसे ज्यादा गर्व की बात ये है कि गुकेश ने ये जीत क्लासिकल टाइमिंग कंट्रोल प्रारूप में हासिल की है, जिसमें मैग्नस कार्लसन का वर्चस्व रहा है। यही वजह है कि जब भारत के डी गुकेश से उन्हें शिकस्त दी तो वो इस हार को पचा नहीं सके और गुस्से में ऐसा कुछ कर दिया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
डी गुकेश ने अपने करियर में पहली बार कार्लसन को क्लासिकल टाइम कंट्रोल में हराकर इतिहास रचा है। सफेद मोहरों के साथ खेल रहे भारतीय ग्रैंडमास्टर पर मैच के दौरान काफी दबाव था। वो शुरुआती राउंड में पीछे भी चल रहे थे, लेकिन गुकेश नेआखिरी राउंड में 34 वर्षीय नॉर्वेजियन ग्रैंडमास्टर की एक दुर्लभ गलती का फायदा उठाते हुए इसे यादगार जीत में बदल दिया।
ऐतिहासिक जीत के बाद गुकेश ने बताया कि कैसे उन्होंने मैग्नस कार्लसन पर दबाव बनाया। मैच के बाद गुकेश ने कहा, 'सौभाग्य से, वह समय की कमी में फंस गए। इस टूर्नामेंट से मैंने एक बात सीखी है कि समय की कमी नियंत्रण से बाहर हो सकती है।'
सोशल मीडिया पर इस मैच के आखिरी लम्हे का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देख सकते हैं कि डी गुकेश से हारने के बाद दिग्गज मैग्नस कार्लसन अपना आपा खो बैठे। उन्होंने टेबल पर हाथ पटका और फिर गुकेश से माफी मांगते हुए बाहर चले गए। दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी ने निराश होकर टेबल पर मुक्का मारा और युवा खिलाड़ी से गेम हार गए।
बता दें कि ये यह गुकेश के लिए वापसी वाली जीत थी, जो नॉर्वे शतरंज के पहले दौर में काले मोहरों से कार्लसन से हार गए थे - यह एक आमंत्रण छह खिलाड़ियों की राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता है। नॉर्वे शतरंज में इतने सालों में दूसरी बार किसी भारतीय ने क्लासिकल फॉर्मेट में कार्लसन को हराया है। पिछले साल प्रज्ञानंदधा ने कार्लसन को पटखनी दी थी।
पब्लिश्ड 2 June 2025 at 12:10 IST