अपडेटेड 24 December 2024 at 18:49 IST

Khel Ratna Controversy: खेल रत्न अवॉर्ड विवाद पर Manu Bhaker ने तोड़ी चुप्पी, बता डाली अंदर की बात

खेल मंत्रालय की ओर से दिए जाने वाले खेलों के सर्वोच्च सम्मान खेल रत्न के लिए मनु भाकर के नाम की सिफारिश न किए जाने के विवाद में अब खुद मनु का बयान आया है।

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manu bhaker first reaction on khel ratna award controversy
खेल रत्न अवॉर्ड मामले में मनु भाकर ने तोड़ी चुप्पी | Image: INSTAGRAM

Manu Bhaker First Reaction on Khel Ratna Award Controversy: ओलंपिक जैसे मंच पर देश का नाम रोशन करने वाली भारतीय निशानेबाज मनु भाकर इस समय मीडिया की सुर्खियों में बनी हुईं हैं, लेकिन इस बार मसला ओलंपिक या मेडल का नहीं, बल्कि खेल रत्न अवॉर्ड का है।

दरअसल मनु भाकर को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर ये दावे किए जा रहे हैं कि नए साल पर दिए जाने वाले मेज ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड के लिए मनु का नाम लिस्ट में शामिल नहीं है। खेल प्रेमियों के साथ-साथ खुद मनु भाकर के परिवार ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। मनु के पिता रामकिशन भाकर ने अधिकारियों को आड़े हाथों लिया है, लेकिन इस बीच अब खुद मनु भाकर ने इस पूरे विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। 

खेल रत्न अवॉर्ड विवाद पर क्या बोलीं मनु?

2024 पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) में शूटिंग में दो ब्रॉन्ज मेडल (Bronze Medal) जीतने वाली मनु भाकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस विवाद पर अपना पक्ष रखा है। मनु ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अंदर की बात बता दी है, जिससे शायद अब ये मामला शांत हो सकता है। 

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मनु ने 'एक्स' पोस्ट में लिखा- 

सबसे प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार के लिए मेरे नामांकन के संबंध में, मैं ये कहना चाहूंगी कि एक एथलीट के रूप में मेरी भूमिका अपने देश के लिए खेलना और प्रदर्शन करना है। पुरस्कार और मान्यता मुझे प्रेरित करते हैं, लेकिन ये मेरा लक्ष्य नहीं हैं।

मनु भाकर से ही हुई चूक

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बता दें कि खेल रत्न अवॉर्ड की एक प्रक्रिया है। दरअसल इस सम्मान के लिए खिलाड़ी या एथलीट को खुद ही आवेदन करना होता है और फिर खेल समिति उसके नाम की सिफारिश करती है। इस पूरे मामले को लेकर खेल मंत्रालय ये कह रहा है कि मनु भाकर ने आवेदन नहीं किया है, जबकि उनके पिता रामकिशन भाकर, जो भारतीय नेवी में कार्यरत हैं, ने इस दावे को खारिज किया है। 

मनु के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने इसके लिए आवेदन किया था, लेकिन समिति की ओर से कोई जवाब नहीं आया। मगर अब मनु ने अपने पोस्ट में ये कहा है कि शायद उन्हीं से कोई चूक हुई है। मनु ने पोस्ट में लिखा- 

मेरा मानना ​​है कि नामांकन दाखिल करते समय शायद मेरी ओर से कोई चूक हुई है, जिसे सुधारा जा रहा है। पुरस्कार चाहे जो भी हो मैं अपने देश के लिए और अधिक पदक जीतने के लिए प्रेरित रहूंगी। सभी से अनुरोध है कि कृपया इस मामले पर अटकलें न लगाएं।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो खेल मंत्रालय (Sports Ministry) की ओर से खेल रत्न अवार्ड के लिए जो लिस्ट तैयार की गई है, उसमें भारतीय मेंस हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार का नाम शामिल है, लेकिन मनु भाकर का नाम शामिल नहीं है, जो पेरिस ओलंपिक की सबसे सफल भारतीय एथलीट रहीं थी। मनु के पिता रामकिशन भाकर ने खेल मंत्रालय के उस दावे को भा खारिज किया है कि मनु भाकर ने इस सम्मान के लिए आवेदन नहीं किया।

ऐसा करने वाली आजाद भारत की पहली खिलाड़ी

बता दें कि मनु भाकर ने 2024 पेरिस ओलंपिक में दो ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। मनु ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में कांस्य पदक अपने नाम किया था। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने इस मामले में खेल मंत्रालय से पुनर्विचार करने की अपील की है, हालांकि खेल मंत्रालय ने कहा है कि ये प्रारंभिक सूची है। अभी अंतिम लिस्ट जारी होनी है।

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Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 24 December 2024 at 18:49 IST