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Published 13:38 IST, October 3rd 2024

'धोनी और रोहित अपनी शानदार स्ट्रैटजी के लिए... ',भज्जी ने बताया 'हिटमैन' और 'माही' में कौन बेहतर

हरभजन ने आगे कहा, 'वह (महेंद्र सिंह धोनी) टीम के किसी भी खिलाड़ी से कोई बातचीत नहीं करते थे। वो अपनी खामोशी के जरिए चुपरहकर ही अपने विचार व्यक्त किया करते थे।'

Reported by: Ravindra Singh
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Harbhajan Singh
भज्जी ने बताया 'हिटमैन' और 'माही' में कौन बेहतर | Image: ANI

भारतीय टीम ने अब तक 4 बार आईसीसी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है। इसमें से पहला विश्वकप 1983 में कपिल देव ने, पहला टी20 विश्वकप महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2007 में उसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी धोनी की कप्तानी में और फिर साल 2011 में धोनी की कप्तानी में विश्वकप जीता। वहीं इसके बाद टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा ने भारत को आईसीसी का एक और खिताब जितवाया टी-20 विश्वकप 2024 वहीं साल 2023 में रोहित भारत को एक और विश्वकप जितवाने के बहुत करीब पहुंचकर रह गए थे और ऑस्ट्रेलिया के हाथों टीम इंडिया को शिकस्त खानी पड़ी थी।

भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का मानना है कि दोनों ही भारतीय टीम के लिए बेहतरीन कप्तान साबित हुए हैं लेकिन दोनों की स्ट्रैटजी में काफी अंतर है। टर्बनेटर के नाम से मशहूर भज्जी ने बताया कि दोनों की स्ट्रैटजी अपने आप में बहुत ही शानदार रही है। धोनी की कप्तानी में भारत ने पहली आयोजित किए गए टी-20 विश्वकप जीतकर क्रिकेट के तीसरे फॉर्मेट में बादशाहत हासिल कर ली थी। वहीं इस कारनामे को दोहराने के लिए टीम इंडिया को 17 साल लग गए। स्पोर्ट्स यारी पर बात करते हुए दिग्गज ऑफ स्पिनर ने रोहित शर्मा को महेंद्र सिंह धोनी से कुछ मामलों में बेहतर कप्तान बताया है।


आखिर रोहित क्यों धोनी से बेहतर कप्तान?

हरभजन सिंह ने अपनी बातचीत के दौरान ये भी बताया कि आखिर क्यों वो धोनी से बेहतर कप्तान रोहित शर्माा को मानते हैं। भज्जी ने बताया, 'मैंने रोहित शर्मा को एमएस धोनी से बेहतर इसलिए माना है क्योंकि रोहित खिलाड़ियों के कप्तान हैं। वो अपने खिलाड़ियों के पास जाते हैं और उनसे बातचीत करते हैं इस दौरान वो खिलाड़ियों से पूछते हैं कि उन्हें क्या चाहिए इसी वजह से उनके साथी उनसे बहुत ही अच्छी तरह से जुड़ते हैं। वहीं इस मामले में महेंद्र सिंह धोनी का अंदाज कुछ अलग रहता था।'


रोहित से बिलकुल अलग थे धोनी

हरभजन ने आगे कहा, 'वह (महेंद्र सिंह धोनी) टीम के किसी भी खिलाड़ी से कोई बातचीत नहीं करते थे। धोनी अपनी खामोशी के जरिए चुपरहकर ही अपने विचार व्यक्त किया करते थे। टीम के दूसरे खिलाड़ियों के साथ बातचीत का धोनी का यही तरीका था। वो रोहित शर्मा से बिलकुल अलग कप्तान हैं। वो कभी किसी खिलाड़ी के पास जाकर बात नहीं करते थे और न ही किसी खिलाड़ी से ये पूछते थे कि आपको क्या चाहिए। धोनी अपनी टीम के खिलाड़ियों को उनकी गलतियों से सीखने का मौका देते थे।'  


आंकड़ों में तो धोनी का कोई जोड़ नहीं

वहीं अगर हम आंकड़ों की बात करें तो धोनी रोहित शर्मा से कहीं आगे हैं। धोनी एक मात्र टीम इंडिया के ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने भारत को तीन बार आईसीसी का खिताब अपनी कप्तानी में जितवाया है। जबकि रोहित शर्मा के नाम आईसीसी के खिताब की बात करें तो सिर्फ एक टी20 विश्वकप ही है जो उन्होंने इसी साल जीता है। इसके पहले साल 2023 के विश्वकप में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया चैंपियंस की तरह से खेली थी लेकिन खिताब नहीं जीत पाई और फाइनल मुकाबले में वो ऑस्ट्रेलिया से हार गई। कुछ ऐसा ही प्रदर्शन टीम इंडिया का साल 2003 के विश्वकप में भी था जब सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया ने चैंपियंस की तरह से फाइनल तक का सफर तय किया था। इस विश्वकप में टीम इंडिया ने सिर्फ दो मैच हारे थे वो भी दोनों बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला लीग में और दूसरा फाइनल में। 

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Updated 13:38 IST, October 3rd 2024