Published 20:54 IST, October 16th 2024
एबी डिविलियर्स को ICC ने बड़े सम्मान से नवाजा तो कोहली ने लिखा दो पन्नों का पत्र; कह डाली दिल की बात
साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर एबी डिविलियर्स को ICC की तरफ से हॉल ऑफ फेम बनाया गया है, जिस पर विराट कोहली ने डिविलियर्स को पत्र लिखा है।
Virat Kohli Letter to AB De Villiers: भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ( Virat Kohli ) ने जिन खिलाड़ियों के साथ वो खेले उनमें एबी डिविलियर्स को बुधवार को ‘सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटर’ करार दिया।
दरअसल साउथ अफ्रीका के महान खिलाड़ी डिविलियर्स को बुधवार को ICC हॉल ऑफ फेम में इंग्लैंड के दिग्गज एलिस्टेयर कुक और भारत की नीतू डेविड के साथ शामिल किया गया है।
एक खुले पत्र में कोहली ने IPL टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के अपने पूर्व साथी की जमकर तारीफ की।
कोहली ने पत्र में लिखा-
आप अपनी जगह के पूरी तरह हकदार हैं- आखिरकार, हॉल ऑफ फेम खेल पर आपके प्रभाव का प्रतिनिधित्व करता है और आपका योगदान वाकई अद्वितीय रहा है। लोग हमेशा आपकी क्षमता के बारे में बात करते रहे हैं और ये सही भी है। आप सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं, जिनके साथ मैंने खेला, आप निश्चित रूप से नंबर-1 हैं।
कोहली ने डिविलियर्स के खेल के मूल्यों को बनाए रखने के विश्वास और दृढ़ता को ऐसे गुणों के रूप में वर्णित किया, जिनका दर्शकों की मानसिकता पर प्रभाव पड़ा। कोहली ने लिखा-
बहुत से खिलाड़ी प्रभावशाली प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन बहुत कम खिलाड़ी दर्शकों की मानसिकता पर प्रभाव डाल पाते हैं। मेरे लिए एक क्रिकेटर के रूप में ये सबसे बड़ा मूल्य है और यही आपको इतना खास बनाता है। आपके साथ और आपके खिलाफ खेलने के दौरान आपको हमेशा इस बात की बहुत स्पष्ट समझ थी कि खेल कैसे खेला जाना चाहिए और आप कभी भी इससे विचलित नहीं हुए, चाहे आप अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों या नहीं।
डिविलियर्स को बताया संकटमोचक
कोहली ने कहा कि डिविलियर्स ऐसे खिलाड़ी हैं जो अक्सर अपनी टीम को मुश्किलों से उबारते हैं। उन्होंने कहा-
ये कभी किसी और के बारे में नहीं था। ये कभी किसी दूसरे खिलाड़ी के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बारे में नहीं था। ये हमेशा इस बारे में था कि आप टीम के लिए क्या प्रभाव डाल सकते हैं। मुश्किल परिस्थितियों में आप अक्सर अपनी टीम को उबारने वाले व्यक्ति होते थे। अपनी टीम के लिए खेल जीतने वाले व्यक्ति बनने की आपकी इच्छा जबरदस्त थी और मैंने इससे बहुत कुछ सीखा।
ओवरकॉन्फिडेंट न होने की बात कही
कोहली ने कहा कि डिविलियर्स ने उन्हें अपनी उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं होने के महत्व के बारे में सिखाया। उन्होंने कहा-
मुझे याद है कि मैंने आपसे सीखा था कि पिछले चार मैचों में आपने जो कुछ भी किया है उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। यह इस बारे में है कि आप आज के मैच को कैसे देखते हैं। ये हमेशा सकारात्मक रहने, हमेशा खेल को आगे बढ़ाने और काम पूरा करने का तरीका खोजने के बारे में है। आप हमेशा टीम की जरूरतों के साथ पूरी तरह से तालमेल बैठाते थे। यही वजह है कि जब हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विरोधी टीमों में होते थे तो आपके लिए योजना बनाना सबसे मुश्किल होता था।
RCB में लंबे समय तक एक साथ रहे
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) में 2011-2021 तक डिविलियर्स के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने वाले कोहली ने कहा कि साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान का ‘आत्मविश्वास’ एक ऐसा गुण है जो उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है। कोहली ने 2015 में दिल्ली में खेले गए टेस्ट मैच की यादें भी ताजा कीं जिसमें दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने मैच ड्रॉ कराने के लिए कड़ी मेहनत की थी। कोहली ने कहा-
हर कोई आपके आक्रामक शॉट को याद करता है, लेकिन आप परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढाल लेते हैं। 2015 में दिल्ली में खेले गए टेस्ट मैच को ही लें जब आपने 297 गेंदों का सामना किया और टेस्ट मैच बचाने की कोशिश में 43 रन बनाए। किसी समय आपके मन में यह विचार आया होगा कि मैंने 200 गेंदों का सामना किया है तो मुझे बाउंड्री लगानी चाहिए, लेकिन एक बार जब आपने खुद को उस स्थिति में डाल लिया जिसकी जरूरत थी तो आप बस आगे बढ़ते रहे।
'परिस्थितियों में ढलकर खेलना'
कोहली ने कहा-
ये सब आपकी क्षमता पर विश्वास पर निर्भर करता है। ये सिर्फ अंधाधुंध शॉट के बारे में नहीं था। आपके पास गेंद को बचाने की क्षमता थी और उस डिफेंस पर आपको भरोसा था। दक्षिण अफ्रीका की जरूरत के अनुसार इस तरह खेलना, आपके टीम खिलाड़ी होने का एक बेहतरीन उदाहरण है।
बता दें कि विराट कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का हिस्सा हैं, जिसका पहला मैच बेंगलुरु में खेला जा रहा है। मैच का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया है।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Updated 22:12 IST, October 16th 2024