Published 13:08 IST, November 26th 2024
जमीन बेच दी... पिता को याद आया कुर्बानियों का दौर, बिहार के लाल वैभव सूर्यवंशी IPL में बने करोड़पति
बिहार के 13 साल के लाल वैभव सूर्यवंशी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 यूथ टेस्ट में धमाल मचाया था। IPL ऑक्शन में उन्हें राजस्थान ने 1.10 करोड़ में खरीदा है।
Vaibhav Suryavanshi : आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन में दो नामों ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी। पहला नाम सबसे महंगा बिकने वाले ऋषभ पंत का जिन्होंने आईपीएल के इतिहास के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे महंगे (27 करोड़) खिलाड़ी बनें। और दूसरे खिलाड़ी रहे वैभव सूर्यवंशी, आईपीएल इतिहास के सबसे युवा खिलाड़ी। ये अभी 13 साल के ही हैं, राजस्थान रॉयल्स ने 1 करोड़ 30 लाख में इस खिलाड़ी को खरीदा।
बिहार के युवा सनसनी वैभव सूर्यवंशी ने पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 यूथ टेस्ट मैच में धमाल मचा दिया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज ओपनर सूर्यवंशी ने सिर्फ 58 गेंद में शतक ठोककर रिकॉर्ड बनाया था। सूर्यवंशी यूथ टेस्ट में भारत की तरफ से सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। लेकिन क्या आपको पताका है कि वैभव को बल्लेबाज बनाने के लिए उनके पिता ने बिहार में अपनी जमीन तक बेच दी थी।
वैभव सूर्यवंशी को राजस्थान ने 1 करोड़ 30 लाख में खरीदा
यूएई में हुए आईपीएल मेगा ऑक्शन के दूसरे दिन 30 लाख के बेस प्राइस वाले इस बल्लेबाज को खरीदने के लिए राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच होड़ मची थी। आखिरी बोली राजस्थान ने लगाई और इस नन्हें प्लेयर को अपना साथ जोड़ने में कामयाबी हासिल की। अगर वैभव को प्लेइंग इलेवन में जगह मिलती है तो वह आईपीएल में खेलने वाले सबये युवा प्लेयर बन जाएंगे।
8 साल की उम्र में वैभव ने दिया डिस्ट्रिक्ट ट्रायल
संजीव जो बिहार के समस्तीपुर शहर से 15 किलोमीटर दूर अपने पैतृक गांव मोतीपुर में खेती की जमीन के मालिक हैं। संजीव ने PTI कहा, 'वह अब सिर्फ मेरा बेटा नहीं, बल्कि पूरे बिहार का बेटा है।' वैभव इस समय अंडर-19 एशिया कप के लिए दुबई में हैं। उन्होंने कठिनाइयों के दिनों को याद किया। मेरे बेटे ने कड़ी मेहनत की है। 8 साल की उम्र में उसने अंडर-16 डिस्ट्रिक्ट ट्रायल में बेहतरीन प्रदर्शन किया। मैं उसे क्रिकेट कोचिंग के लिए समस्तीपुर ले जाता था और फिर वापस ले आता था।
वैभव की उम्र विवाद पर क्या बोले पिता संजीव?
जब वैभव की वास्तविक उम्र के बारे में विवाद के बारे में पूछा गया, जिसके बारे में कई लोगों का मानना है कि वह 15 साल है, तो पिता ने तुरंत क्लियरिटी दी। वह बोले- जब वह साढ़े 8 साल का था, तो उसने पहली बार BCCI बोन टेस्ट दिया था। वह पहले ही भारत के लिए अंडर-19 खेल चुका है। हमें किसी से डर नहीं। वह फिर से 'एज टेस्ट' से गुजर सकता है।
वैभव का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति लगाव ज्यादा था। वैभव का जन्म समस्तीपुर के मोतीपुर में हुआ। 5 साल की उम्र से ही वैभव को उनके पिता संजीव नेट प्रैक्टिस के लिए ले जाते थे। वैभव के पिता ने इसके लिए घर पर ही नेट लगवाया। फिर वैभव ने समस्तीपुर की क्रिकेट एकेडमी में दाखिला लिया। इसके बाद वैभव ने पटना के जीसस एकडेमी में मनीष ओझा से ट्रेनिंग ली।
बेटे के सपने को पूरा करने के लिए पिता ने बेची जमीन
वैभव सूर्यवंशी के पिता संजीव आईपीएल में नीलामी के बाद बेहद भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि जब वैभव 10 साल का था तो उसका क्रिकेट का सपना पूरा करने के लिए अपनी खेती की जमीन बेच दी थी। पर शायद पिता संजीव को इस बात का कोई भी आइडिया नहीं था कि तीन साल के अंदर उनका बेटा इतिहास रच देगा।
Updated 13:08 IST, November 26th 2024