अपडेटेड 26 June 2025 at 11:47 IST
क्रिकेट के मैदान में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से धुरंधर गेंदबाजों के छक्के छुड़ा देने वाले क्रिकेटर रिंकू सिंह को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक नई जिम्मेदारी सौंपी है। अब वो सरकारी महकमे मेंअपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। अभी हाल में ही रिंकू सिंह की सगाई समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज से हुई है। शादी से पहले रिंकू सिंह को योगी सरकार ने ये बड़ा तोहफा दिया है। क्रिकेटर रिंकू सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे और टी-20 फॉर्मेट के स्टार खिलाड़ी हैं। रिंकू सिंह को राज्य सरकार द्वारा एक विशेष नीति के तहत शासकीय सेवा में नियुक्ति दी जा रही है। यह नीति उन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मान देने के उद्देश्य से लागू की गई है, जिन्होंने वैश्विक मंच पर देश का गौरव बढ़ाया है।
अलीगढ़ के मूल निवासी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले रिंकू सिंह हाल ही में एक नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी की युवा सांसद प्रिया सरोज के साथ सगाई कर ली है, जिसकी चर्चा राजनीतिक और खेल जगत दोनों में जोरों पर है। इसी बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को सरकारी सेवा में विशेष अवसर प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। हाल ही में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत रिक्त पदों को भरने के लिए चयन समिति की बैठक आयोजित की गई। यह बैठक प्रदेश में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रशासनिक जिम्मेदारियों में शामिल करने की दिशा में एक अहम पहल मानी जा रही है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को सम्मानित करते हुए उन्हें बड़ी सौगात दी है। क्रिकेटर रिंकू सिंह महज 8वीं पास हैं लेकिन योगी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत ऐसे खिलाड़ियों को बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) के पद पर नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बेसिक शिक्षा निदेशक ने औपचारिक रूप से एक पत्र जारी किया है, जो इस प्रक्रिया की शुरुआत को चिह्नित करता है। यह पहल न केवल खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की ओर संकेत करती है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में उनके अनुभव और अनुशासन का लाभ उठाने की दिशा में भी एक सराहनीय प्रयास है।
क्रिकेटर रिंकू सिंह बचपन से ही आर्थिक तंगी में पले बढ़े थे। खराब आर्थिक स्थिति की वजह से रिंकू महज 8वीं क्लास तक ही पढ़ाई कर पाए थे। रिंकू सिंह बचपन से ही प्रतिभावान खिलाड़ी रहे और दिनों ब दिन अपने खेल पर ध्यान बनाए रखा था। खुद रिंकू सिंह बताते हैं कि कभी स्थितियां ऐसी भी थीं कि उनके पास एक गेंद खरीदने तक के पैसे नहीं होते थे। इस वजह से रिंकू सिंह ने पढ़ाई छोड़कर काम करना शुरू कर दिया था। रिंकू सिंह के पिता गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे। रिंकू भी उन्हीं के साथ काम करने लगे। लेकिन इन कठिन परिस्थितियों के बावजूद रिंकू सिंह ने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा। उनका पूरा ध्यान अपने क्रिकेट करियर पर रहा। जबकि वहीं रिंकू सिंह की होने वाली पत्नी प्रिया सरोज पेशे से वकील है और मौजूदा समय में जौनपुर की मछलीशहर लोकसभा सीट से सांसद हैं।
पब्लिश्ड 26 June 2025 at 11:38 IST