अपडेटेड 4 August 2025 at 17:40 IST

IND vs ENG: कौन है वो अंग्रेज खिलाड़ी? जो एक हाथ से लड़ कर अंत तक पिच पर डटा रहा, भारत जीता मैच लेकिन इसने जीता दिल

Chris Woakes Bats With One Hand: भारत के गेंदबाजों ने जीत तो दिला दी, लेकिन इंग्लैंड का ये खिलाड़ी लोगों का दिल जीत गया। इस खिलाड़ी का नाम है क्रिस वॉक्स।

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Chris Woakes Bats With One Hand
क्रिस वॉक्स | Image: ANI

Chris Woakes Bats With One Hand: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। भारतीय गेंदबाजों के तूफान के सामने इंग्लैंड के खिलाड़ियों की हिम्मत टूट गई।

इस दौरान एक बल्लेबाज ऐसा भी था, जो मैदान पर एक हाथ से बैटिंग कर रहा था। भारत के गेंदबाजों ने जीत तो दिला दी, लेकिन इंग्लैंड का ये खिलाड़ी लोगों का दिल जीत गया। इस खिलाड़ी का नाम है क्रिस वॉक्स।

कौन हैं क्रिस वॉक्स?

वॉक्स का जन्म मार्च 1989 में बर्मिंघम में हुआ था और उन्होंने 2000 से 2007 तक वॉल्सॉल के बर्र बीकन लैंग्वेज कॉलेज में पढ़ाई की। उन्होंने सात साल की उम्र में एस्टन मैनर क्रिकेट क्लब के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया और फिर वॉल्मली क्रिकेट क्लब में शामिल हो गए। उन्होंने 2006 में हियरफोर्डशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए माइनर काउंटीज ट्रॉफी में तीन मैच खेले और 2004 से 2007 के बीच वार्विकशायर की अंडर-15, अंडर-17, अकादमी और सेकंड इलेवन टीमों के लिए खेले।

क्रिस वॉक्स के जीवन में एक पल ऐसा भी आया था, जब उन्हें लगा था कि उनका करियर खत्म हो सकता है। साल 2016 की शुरुआत में जब क्रिस वॉक्स इंग्लैंड के दक्षिण अफ्रीका दौरे से लौटे, तो उन्हें लग रहा था कि उनका टेस्ट करियर खत्म हो गया है। तब तक वे 27 साल के हो चुके थे और छह टेस्ट खेल चुके थे, लेकिन लगभग हर मैच में अच्छी गेंदबाजी करने के बावजूद, वे कभी भी सफलता हासिल नहीं कर पाए और 63.75 के औसत से निराशाजनक प्रदर्शन किया। ऐसा लग रहा था कि उन्हें इंग्लैंड के लगभग सभी खिलाड़ियों में से एक के रूप में याद किया जाएगा।

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लेकिन, किस्मत ने उन्हें एक और मौका दिया। बेन स्टोक्स के घुटने में चोट लगने के कारण वॉक्स को चेस्टर-ले-स्ट्रीट में श्रीलंका के खिलाफ मैच के लिए टीम में वापस बुला लिया गया। उसी दिन उन्होंने डरहम के खिलाफ अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 36 रन देकर 9 विकेट लिए। पॉल कॉलिंगवुड ने कहा, "यह 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से लेगब्रेक का सामना करने जैसा था।"

इन खिलाड़ियों ने भी दिखाया था दम

  • साउथ अफ्रीका के ग्रीम स्मिथः 2008-09 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में चोटिल कंधे के साथ एक हाथ से बैटिंग की थी।
  • वेस्‍टइंडीज के माल्कम मार्शलः 1984 टेस्‍ट मैंच में एक हाथ से बैटिंग का अनोखा रिकॉर्ड बनाया।
  • सचिन तेंदुलकरः  2004 में पाकिस्तान में मुल्तान टेस्ट के दौरान टेनिस एल्बो की चोट के बावजूद एक हाथ से खेले।

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 4 August 2025 at 17:40 IST