अपडेटेड 15 January 2025 at 08:59 IST
गौतम गंभीर पर BCCI का पहला वार! साए की तरह साथ रहने वाले शख्स को किया 'बैन', दो और करीबी पर गिरेगी गाज?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार BCCI ने गौतम गंभीर के निजी मैनेजर गौरव अरोड़ा को लेकर सख्त कदम उठाए हैं।
- खेल समाचार
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टीम इंडिया के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सख्त कदम उठाया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बाद BCCI ने समीक्षा बैठक में कुछ अहम फैसले लिए हैं। 6 महीने पहले टीम इंडिया के हेड कोच बने गौतम गंभीर पर भी बीसीसीआई ने पहला वार किया है। गंभीर के साथ साए की तरह रहने वाले शख्स को बोर्ड ने कई तरह से बैन कर दिया है। वहीं विदेशी दौरे के लिए भी बीसीसीआई ने नियम में कुछ बदलाव किए हैं। बोर्ड ने ये बड़ा कदम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन के बाद उठाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो हेड कोच गौतम गंभीर के मैनेजर अब टीम इंडिया के साथ ट्रेवल नहीं कर सकेंगे। उन्हें टीम बस में बैठने की इजाजत भी नहीं होगी । जब गंभीर हेड कोच बने थे तब बीसीसीआई ने उनकी हर बात मानी थी, लेकिन उनकी कोचिंग में भारतीय टीम का हाल बुरा है। ये देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पहली बार उनके खिलाफ एक्शन लेने का मन बनाया है।
गौतम गंभीर के मैनेजर पर 'बैन'
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीसीसीआई ने गौतम गंभीर के निजी मैनेजर गौरव अरोड़ा को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। उन्हें अब गंभीर के साथ होटल में रहने की इजाजत नहीं मिलेगी। अगर वो साथ आते हैं तो उन्हें अपने लिए अलग होटल करना होगा और बीसीसीआई उसका खर्चा नहीं उठाएगा। इसके अलावा उन्हें टीम इंडिया की बस में बैठने की इजाजत नहीं होगी। गौरव अरोड़ा अब टीम इंडिया की ड्रेसिंग रूम में भी नहीं जा पाएंगे और टीम के साथ बस में भी नहीं बैठेंगे। इसके अलावा गौतम गंभीर के दो और करीबी पर गाज गिर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार बैटिंग कोच अभिषेक नायर और फील्डिंग कोच टेन डेशकाटे के काम से भी बीसीसीआई खुश नहीं है। गंभीर के कहने पर दोनों को टीम इंडिया के साथ जोड़ा गया था, लेकिन अब उनके काम पर सवाल उठ रहे हैं।
पूरे दौरे पर खिलाड़ियों के साथ नहीं रहेंगी पत्नियां
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई ने विदेशी दौरों पर क्रिकेटरों के परिवार के साथ बिताए जाने वाले समय को सीमित करने का फैसला किया है। नए नियम के मुताबिक खिलाड़ियों की पत्नियों और परिवारों को 45 दिनों के दौरे के दौरान अधिकतम दो सप्ताह तक रहने की अनुमति मिलेगी। इससे पहले परिवार के सदस्यों को दौरे की पूरी अवधि के दौरान खिलाड़ियों के साथ जाने की अनुमति थी। रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआई ने कहा है कि इससे खिलाड़ियों का फोकस बिगड़ता है।
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BCCI के नए नियम क्या हैं?
क्रिकेटरों की पत्नियां पूरे दौरे पर नहीं रह सकेंगी
अगर विदेशी दौरा 45 दिन से अधिक का है तो खिलाड़ियों की पत्नियां 14 दिन उनके साथ रह सकती हैं, इससे ज्यादा नहीं।
प्रत्येक खिलाड़ी को टीम बस से यात्रा करनी होगी, अलग से यात्रा की अनुमति नहीं है।
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Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 15 January 2025 at 08:59 IST