अपडेटेड 13 May 2024 at 22:18 IST

12 साल की तपस्या का मिला फल, 31 साल का ये चेस प्लेयर बना भारत का 85वां ग्रैंडमास्टर

भारत का एक अनुभवी चेस प्लेयर 12 साल के लंबे इंतजार के बाद ग्रैंडमास्टर बन गया है। ये शानदार उपलब्धि हासिल करने के बाद ये खिलाड़ी काफी खुश है।

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P Shyam Nikhil becomes India's 85th Grandmaster
श्याम निखिल भारत के 85वें ग्रैंडमास्टर बने | Image: X

Chess Grandmaster: पी श्याम निखिल (P Shyam Nikhil) हाल ही में दुबई पुलिस मास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट में अपना तीसरा और अंतिम ग्रैंडमास्टर (GM) नॉर्म हासिल करके भारत के 85वें ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। 8 साल की उम्र में शतरंज खेलना शुरू करने वाले श्याम निखिल को तीसरे नॉर्म के साथ इस उपलब्धि के लिए 12 साल का इंतजार करना पड़ा।

श्याम निखिल को लंबे समय से प्रतीक्षित जीएम नॉर्म पूरा करने के लिए सिर्फ एक जीत और आठ ड्रॉ की जरूरत थी, जो उन्होंने दुबई में खेले गए टूर्नामेंट में हासिल किया। इस 31 वर्षीय खिलाड़ी ने 2012 में दो ग्रैंडमास्टर नॉर्म के साथ आवश्यक 2500 ईएलओ रेटिंग अंक हासिल कर लिए थे, जो ग्रैंडमास्टर बनने के लिए न्यूनतम आवश्यकता है। उन्हें हालांकि तीसरे नॉर्म को पूरा करने के लिए 12 साल तक इंतजार करना पड़ा।

शानदार उपलब्धि के बाद क्या बोले श्याम निखिल

तमिलनाडु के नगरकोली के इस खिलाड़ी ने ग्रैंडमास्टर उपलब्धि हासिल करने के बाद कहा- 

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मैंने 8 साल की उम्र में खेलना शुरू किया था। मेरे माता-पिता ने मुझे इस खेल को सिखाया है, लेकिन मैं तीन साल तक कोई टूर्नामेंट नहीं खेल सका था। अंडर-13 राज्य चैंपियनशिप जीतने के बाद मेरे लिए अवसर खुल गए, क्योंकि मैं एशियाई और आयु वर्ग विश्व चैंपियनशिप खेल सकता था।

बता दें कि श्याम निखिल ने मुंबई मेयर्स कप 2011 में अपना पहला ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल किया था। उन्होंने इसके कुछ समय के बाद 19 साल की उम्र में इंडियन चैंपियनशिप के दौरान दूसरा नॉर्म हासिल किया और फिर 2012 की शुरुआत में रेटिंग की आवश्यकता पूरी की। वो 2012 में दुबई ओपन में अपना अंतिम नॉर्म हासिल करने से चूक गए। वो इसके बाद अब तक कई मौकों का फायदा उठाने में विफल रहे।

उन्होंने कहा- 

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मैंने 2017 में ही यूरोप में टूर्नामेंट खेले थे, तब तक मैं वियतनाम या UAE में खेलने की कोशिश कर रहा था और फाइनल नॉर्म हासिल करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन ये जगहें इतनी आसान नहीं हैं, क्योंकि टूर्नामेंट बहुत मजबूत हैं।

साल 2022 के इस कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन ने कहा कि अब उन्होंने ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल कर लिया है और ऐसे में वो अधिक आजादी से खेल सकते हैं। 

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Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 13 May 2024 at 22:17 IST