अपडेटेड 5 July 2025 at 19:35 IST
Premanand Maharaj: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज आज पूरे देश में विख्यात हैं। देश-विदेश में प्रेमानंद महाराज की ख्याति देखने को मिल रही है। भक्त प्रेमानंद महाराज के प्रवचन सुनकर अपने जीवन में सुधार ला रहा हैं और खुद को भक्ति मार्ग में आगे बढ़ा रहे हैं।
एकांतिक वार्ता के दौरान प्रेमानंद महाराज भक्तों के जीवन में चल रही आशंकाओं और प्रश्नों को बड़े ही सरल ढ़ंग से सुलझाते हैं और उन्हें जीवन को आध्यात्मिक तरीके से जीने की सलाह देते हैं। इसी दौरान एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि पराई स्त्री पर नजर डालने वालों के साथ क्या होता है? आइए जानते हैं कि उसे इसका क्या जवाब मिला?
व्यभिचारी की कभी भी सद्गति नहीं होती- प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि अगर आप दूसरी माताओं-बहनों की तरफ देखोगे, तो लिख लो हमारी बात को कि तुम्हारी काम आसक्ति बढ़ती जाएगी और तुम्हें ऐसा विश्वास होगा कि इसमें सुख है, और वह ऐसी जगह फंसाएगा कि तुम्हारी फिर जो हालत होगी ना अंदर से ना बाहर से तुम झेल नहीं पाओगे। जो पराई स्त्री पर नजर डालते हैं, कितने दिन छिपोगे, एक दिन जब चौड़े पर आओगे तो कोई न कोई उस स्त्री का, भाई होगा, पिता होगा, पति होगा, कोई न कोई तो है संरक्षा में और कोई नहीं है तो काल है, काल तुम्हें ऐसी जगह फंसाकर नष्ट करेगा कि होश उड़ जाएंगे। व्यभिचारी की कभी भी सुख, शांति और सद्गति नहीं होती है।
भगवान के नाम का आश्रय लेते हुए जीवन जीना चाहिए- प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि हमें अपने जीवन को संयमित रखते हुए जीवन जीना चाहिए। भगवान के नाम का आश्रय लेते हुए, भगवान के नाम का जप करते हुए जीवन को आगे बढ़ाना चाहिए। हर काम को ईश्वर को समर्पित करके करना चाहिए। ऐसा करने से पाप कर्म करने से बच जाते हैं और ईश्वर को और भी करीब होते जाते हैं।
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पब्लिश्ड 5 July 2025 at 19:35 IST