अपडेटेड 15 May 2025 at 09:17 IST
Vrishabha Sankranti 2025: वृषभ संक्रांति आज, जानिए महत्व और स्नान-दान का मुहूर्त
Vrishabha Sankranti 2025: आइए जानते हैं कि वृषभ संक्रांति के दिन आप किस मुहूर्त में स्नान-दान कर सकते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Vrishabha Sankranti 2025: हर साल में कुल 12 संक्रांतियां पड़ती हैं। संक्रांति के दिन सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। यह महीने में एक बार और साल में 12 बार होता है। जिस कारण संक्रांति मनाई जाती है। इन्हीं संक्रांतियों में से एक संक्रांति वृषभ संक्रांति है, जो कि आज यानी 15 मई को मनाई जा रही है। यह संक्रांति सूर्य के मेष राशि से वृषभ राशि में प्रवेश के अवसर पर मनाई जाती है।
यह न केवल एक खगोलीय घटना है, बल्कि हिंदू धर्म में इसे बेहद खास भी माना जाता है। इस दिन दान-पुण्य जैसे धार्मिक कार्यों को करना अति शुभ माना जाता है। वृषभ संक्रांति के दिन लोग पवित्र नदी में स्नान कर जरूरतमदों को जरूरत की चीजें दान करते हैं। जिससे उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
वृषभ संक्रांति पर स्नान-दान का महत्व (Importance of bathing and donation on Vrishabha Sankranti)
‘वृषभ’ का अर्थ बैल होता है, जो कृषि जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लिहाजा आज का दिन धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। इस दिन सूर्य मेष राशि से वृषभ राशि में प्रवेश करते हैं, जो ऊर्जा और जीवन शक्ति का प्रतीक है। इसीलिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान किया जाता है ताकि मन और शरीर को शुद्ध कर पवित्र किया जा सके। इसके बाद पुण्य प्राप्ति के लिए इस दिन दान का कार्य भी किया जाता है।
वृषभ संक्रांति शुभ मुहूर्त (Vrishabha Sankranti Shubh Muhurat)
15 मई को पुण्य काल सुबह 05 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। इस बीच आप पवित्र नदी में स्नान करने के बाद सूर्य देव की पूजा कर दान का कार्य कर सकते हैं। इसके अलावा आज के दिन महा पुण्य काल सुबह 05 बजकर 30 मिनट से सुबह 07 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इस दौरान भी आप स्नान-दान का शुभ कार्य कर सकते हैं।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 15 May 2025 at 09:17 IST