अपडेटेड May 9th 2025, 14:58 IST
Vaishakh Purnima 2025 Date: सनातन धर्म में हर महीने पूर्णिमा तिथि के दिन पूजा और व्रत किए जाने का विधान है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि (Purnima 2025) के दिन पवित्र नदी में स्नान और दीप दान करने से साधक को कई तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
खास बात यह है कि पूर्णिमा तिथि के मौके पर चांद पूरी तरह से अपने आकार में होता है। वहीं, मई में पड़ने वाली वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima 2025) तिथि को लेकर लोगों में काफी कंफ्यूजन है। कुछ लोगों का मानना है कि वैशाख पूर्णिमा 11 मई की पड़ रही है तो वहीं कुछ लोग इसे 12 मई मनाने की बात कर रहे हैं। ऐसे में चलिए हम आपको बताते हैं की वैशाख पूर्णिमा आखिर कब मनाई जाएगी।
वैदिक पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 11 मई की शाम 8 बजकर 2 मिनट से होगी, जिसका समापन 12 मई को रात 11 बजकर 26 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार वैशाख पूर्णिमा का व्रत 12 मई को रखा जाएगा। आइए जानते हैं कि इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त क्या होगा।
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04 बजकर 8 मिनट से 04 बजकर 50 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त: 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक।
वैशाख पूर्णिमा का चंद्रोदय 12 मई को शाम 6 बजकर 57 मिनट पर होगा। जो लोग व्रत रखेंगे वह चंद्रमा की पूजा रात के समय कर सकते हैं।
वैशाख पूर्णिमा के मौके पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ साथ उन्हें कई सारे फलों विशेषकर केले का भोग लगाएं। साथ ही माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आप दूध से घर पर बनी स्वादिष्ट खीर का भी भोग लगा सकते हैं। इससे सभी देवी-देवता प्रसन्न होकर आपको अपना आशीर्वाद देंगे और माता की कृपा हमेशा आप और आपके परिवार पर बनी रहेगी।
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पब्लिश्ड May 9th 2025, 14:58 IST