अपडेटेड 25 December 2025 at 09:34 IST

Tulsi Pujan Muhurat 2025: आज इस शुभ मुहूर्त में करें तुलसी पूजन, बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा, जानें महत्व

Tulsi Pujan Muhurat 2025: आज 25 दिसंबर, गुरुवार के दिन तुलसी पूजा करने का विशेष विधान है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि किस मुहूर्त में तुलसी पूजन करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Tulsi Pujan Muhurat 2025
Tulsi Pujan Muhurat 2025 | Image: Meta AI

Tulsi Pujan Muhurat 2025:  सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को केवल एक पौधा नहीं, बल्कि 'वृंदा' यानी साक्षात देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को 'तुलसी पूजन दिवस' के रूप में मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का वास होता है और जहां नियमित रूप से उनकी सेवा की जाती है, वहां सुख-समृद्धि और आरोग्य का वास होता है। 

अब ऐसे में आज किस मुहूर्त में तुलसी पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगा? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

किन मुहूर्तों में तुलसी पूजन करें? 

अगर आप आज तुलसी पूजन कर रहे हैं, तो हम आपको 3 ऐसे मुहूर्त हैं, जिसमें आप आराम से तुलसी पूजा कर सकते हैं। 

  • अभिजीत मुहूर्त-  दोपहर 11:54 से 12:36 तक
  • विजय मुहूर्त- दोपहर 02:00 से 02:41 तक
  • संध्या समय - शाम 05:30 से 06:50 तक

तुलसी पूजन करने का महत्व क्या है? 

पौराणिक कथाओं के अनुसार, तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय हैं। बिना तुलसी दल के भगवान विष्णु भोग स्वीकार नहीं करते हैं। घर के आंगन में तुलसी होने से वास्तु दोष दूर होते हैं और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती हैं। वहीं शास्त्र के अनुसार, ऐसा मान्यता है कि इनकी पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

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तुलसी पूजा करने के दौरान करें इन मंत्रों का जाप 

  • तुलसी के पास दीपक जलाते समय देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः, नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये  मंत्र का जाप करने से घर की दरिद्रता दूर होती है। 
  • तुलसी में जल चढ़ाने के दौरान महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते। मंत्र का जाप करें। 
  • पूजा शुरू करते समय देवी तुलसी के इस मंत्र वृन्दां वृन्दावनीं विश्वपावनीं विश्वपूजिताम्। पुष्पसारां नन्दिनीं च तुलसीं कृष्णजीवनीम् का जाप करें। 
  • तुलसी की परिक्रमा करते समय इस यानि कानि च पापानि ब्रह्महत्यादिकानि च, तानि तानि प्रणश्यन्ति प्रदक्षिणा पदे-पदे मंत्र का जाप करने से सभी पापों से छुटकारा मिल सकता है।

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 25 December 2025 at 09:34 IST