अपडेटेड 29 June 2024 at 19:56 IST
Tulsi Niyam: रविवार को तुलसी के पास क्यों नहीं जलाना चाहिए दीपक? जानें दीया जलाने का शुभ समय
तुलसी के पौधे की पूजा का बहुत अधिक महत्व माना जाता है, लेकिन रविवार को तुलसी के पास दीपक जलाना वर्जित होता है। आइए जानते हैं क्यों?
- धर्म और अध्यात्म
- 2 min read

Tulsi Puja Niyam: हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि इसमें माता लक्ष्मी का वास होता है। यही वजह है कि तुलसी की पूजा (Tulsi Puja) करना बहुत ही शुभ और फलदायी माना जाता है। हालांकि धार्मिक शास्त्रों की मानें तो तुलसी पूजा के कुछ नियम होते हैं, जिनका पालन करने पर ही आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है। इन नियमों के मुताबिक रविवार (Raviwar) के दिन तुलसी पूजन के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
मान्यता है कि तुलसी माता (Tulsi Puja) की पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और मां लक्ष्मी का वास भी होता है, लेकिन रविवार के दिन तुलसी पूजन को लेकर कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है। दरअसल, शास्त्रों के मुताबिक रविवार के दिन तुलसी पूजा करना वर्जित माना गया है। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या इस दिन तुलसी के पास दीपक (Deepak) जलाना चाहिए या नहीं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
रविवार के दिन तुलसी के पास क्यों नहीं जलाना चाहिए दीपक?
शास्त्रों में रविवार के दिन तुलसी (Tulsi Puja Niyam) पूजन वर्जित है। इस दिन न तो तुलसी के पौधे में जल चढ़ाना चाहिए और न ही पूजा करनी चाहिए। यहां तक की इस दिन तुलसी के पौधे को गलती से भी छूना भी नहीं चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि रविवार के दिन माता तुलसी विष्णु भगवान (Bhagwan Vishnu) के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। जिसकी वजह से इस दिन तुलसी के पास दीपक जलाना, जल चढ़ाना और इस दिन इनकी पूजा करना वर्जित माना गया है।
तुलसी के पास दीपक कब नहीं जलाना चाहिए?
धार्मिक मान्यता के मुताबिक तुलसी के पास सूर्यास्त के बाद भी दीपक नहीं जलाना चाहिए, क्योंकि शाम के समय तुलसी (Tulsi) का पौधा सो जाता है, जिसकी वजह से पूजा स्वीकार्य नहीं मानी जाती। ऐसे में हमेशा सूर्यास्त के पहले ही तुलसी में दीपक (Diya) जलाना चाहिए।
Advertisement
तुलसी के पास किस समय दीपक जलाना शुभ?
तुलसी के पास दीपक जलाने का बेहद ही शुभ समय सुबह का माना गया है। ऐसा करने से भगवान विष्णु की भी कृपा बनी रहती है।
यह भी पढ़ें… Sawan 2024: इस दिन से शुरू हो रहा है सावन का महीना, जानें कब रखा जाएगा पहला सोमवार व्रत?
Advertisement
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 29 June 2024 at 19:44 IST