अपडेटेड 21 September 2025 at 23:50 IST

Surya Grahan 2025 : शुरू हुआ साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, कहां-कहां दिखेगा ये नजारा? सूतक काल के बाद करें ये काम

Surya Grahan 2025 September: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लग चूका है। इस दौरान कई बातों का ख्याल रखना और सावधानी बरतना बेहद जरूरी होता है।

surya grahan 2025 last solar eclipse of the year has begun know where will this sight be visible and do these things after sutak kaal
surya grahan 2025 last solar eclipse of the year has begun know where will this sight be visible and do these things after sutak kaal | Image: Freepik

साल 2025 का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। ज्योतिष और धार्मिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण का खास महत्व होता है। जहां वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे खगोलीय घटना माना जाता है, वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण का असर हमारे जीवन और वातावरण दोनों पर पड़ता है। आइए जानते हैं इस ग्रहण से जुड़ी जरूरी बातें जिनका रखना होगा आपको ख्याल-

कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?

इस बार का सूर्य ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में यह ग्रहण आंशिक रूप से दिखाई दे सकता है। इसके अलावा एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका के कुछ देशों में भी लोग इस खगोलीय नजारे को देख सकेंगे।

सूतक काल कब लगता है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले सूतक काल माना जाता है। इस दौरान धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ, नए काम की शुरुआत और खाना पकाने जैसी गतिविधियों से परहेज किया जाता है। ग्रहण खत्म होते ही स्नान कर पूजा-पाठ करना शुभ माना जाता है।

सूतक काल के दौरान क्या न करें?

  • मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं।
  • गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
  • भोजन और पानी को ढककर रखना चाहिए।
  • धारदार वस्तुओं का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
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सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद क्या करें?

  • स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
  • घर की सफाई और गंगाजल का छिड़काव करें।
  • भगवान की पूजा करके मंत्रों का जाप करें।
  • दान-पुण्य करना भी इस समय शुभ माना जाता है।

सूर्य ग्रहण एक अद्भुत प्राकृतिक घटना है। इसे लेकर धार्मिक मान्यताएं जरूर जुड़ी हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह खगोलीय घटना हमारे ब्रह्मांड की सुंदरता को दर्शाती है। इसलिए इसे सुरक्षित तरीके से देखना ही सही होगा और सूतक काल के नियमों का पालन करके सकारात्मक ऊर्जा पा सकते हैं।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Samridhi Breja

पब्लिश्ड 21 September 2025 at 23:48 IST