अपडेटेड 4 October 2024 at 12:29 IST
Navratri 2024: दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, जानिए मुहूर्त, भोग और सही पूजन विधि
Maa Brahmacharini Puja Vidhi: नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के स्वरूप देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त और मां की पूजा विधि के
- धर्म और अध्यात्म
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Maa Brahmacharini Puja Vidhi: गुरुवार यानी 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म का ये त्योहार देशभर में नौ दिनों तक बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा करने की जाती है। माना जाता है कि अगर आप हर दिन मां दुर्गा के विशेष रूप की पूजा करते हैं तो आपकी हर मनोकामना पूरी होती है।
वहीं, नवरात्रि के पहले दिन जहां मां दुर्गा के रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है वहीं, दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि मां ब्रह्मचारिणी विश्व में ऊर्जा का प्रवाह करती है। मां की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के दूसरे दिन आप मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए किस तरह से उनकी पूजा कर सकते हैं।
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का शुभ मुहूर्त (Navratri 2024 Day 2 Maa Brahmacharini Puja Subh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने के लिए अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। इसके बाद विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 07 मिनट से दोपहर 02 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
मां ब्रह्मचारिणी का भोग (Navratri 2024 Day 2 Maa Brahmacharini Bhog)
मां ब्रह्मचारिणी को पूजा के दौरान घर में बने शुद्ध पंचामृत का भोग अवश्य लगाएं।
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मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि (Navratri 2024 Day 2 Maa Brahmacharini Puja Vidhi)
- नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वस्छ कपड़े पहनें।
- इसके बाद मंदिर के पास आसन बिछाएं और उसपर बैठकर मां ब्रह्मचारिणी का ध्यान करें।
- माता की तस्वीर पर फूल, अक्षत, रोली, चंदन आदि अर्पित करें।
- अब माता को पंचामृत का भोग लगाएं।
- माता को पंचामृत अर्पित करते समय 'ऊं ऐं नमः' का जाप 108 बार जरूर करें।
- इसके साथ ही मां ब्रह्मचारिणी को पान, सुपारी और लौंग भी अर्पित करें।
- पूजा के आखिर में मां ब्रह्मचारिणी की आरती करें।
- अंत में मां को अर्पित किए गए प्रसाद को सभी लोगों के साथ बाटें।
मां ब्रह्मचारिणी के मंत्र
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप करने से माता जल्दी प्रसन्न होकर आपको बरकत का आशीर्वाद देती हैं।
"या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।"
“दधाना कर पद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू।देवी प्रसीदतु मई ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।।ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः”
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 4 October 2024 at 09:31 IST