अपडेटेड 5 October 2025 at 16:43 IST
Sharad Purnima 2025 Maa Lakshmi Stuti: शरद पूर्णिमा पर जरूर पढ़ें महालक्ष्मी स्तुति, आर्थिक परेशानियों से मिल सकता है छुटकारा
Sharad Purnima 2025 Maa Lakshmi Stutii: अगर आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो हम आपको इस लेख में शरद पूर्णिमा के दिन एक ऐसे स्तोत्र का पाठ करने के बारे में बताएंगे। जिससे आपको उत्तम परिणाम मिल सकते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Sharad Purnima 2025 Maa Lakshmi Stuti: हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा करने के साथ-साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है। इसलिए इस दिन रात्रि में चंद्रमा की रोशनी में खीर रखने से वह अमृत के समान हो जाता है और ऐसा कहा जाता है कि उस खीर को खाने से रोगदोष से छुटकारा मिल सकता है और जीवन में चल रही सभी समस्याएं दूर हो सकती है।
इतना ही नहीं, अगर आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है तो इस दिन महालक्ष्मी का स्तोत्र का पाठ करने से लाभ हो सकता है। आपको बता दें, इस साल शरद पूर्णिमा का व्रत 6 अक्तूबर को रखा जाएगा।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
शरद पूर्णिमा के दिन जरूर करें महालक्ष्मी स्तुति का पाठ
सन्तान लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पुत्र-पौत्र प्रदायिनि।
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पुत्रां देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।2।।
विद्या लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु ब्रह्म विद्या स्वरूपिणि।
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विद्यां देहि कलां देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।3।।
धन लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व दारिद्र्य नाशिनि।
धनं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।4।।
धान्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वाभरण भूषिते।
धान्यं देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।5।।
मेधा लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु कलि कल्मष नाशिनि।
प्रज्ञां देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।6।।
गज लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वदेव स्वरूपिणि।
अश्वांश गोकुलं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।7।।
धीर लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पराशक्ति स्वरूपिणि।
वीर्यं देहि बलं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।8।।
जय लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व कार्य जयप्रदे।
जयं देहि शुभं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।9।।
भाग्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सौमाङ्गल्य विवर्धिनि।
भाग्यं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।10।।
कीर्ति लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु विष्णुवक्ष स्थल स्थिते।
कीर्तिं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।11।।
आरोग्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व रोग निवारणि।
आयुर्देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।12।।
सिद्ध लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व सिद्धि प्रदायिनि।
सिद्धिं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।13।।
सौन्दर्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वालङ्कार शोभिते।
रूपं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।14।।
साम्राज्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु भुक्ति मुक्ति प्रदायिनि।
मोक्षं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे।।15।।
मङ्गले मङ्गलाधारे माङ्गल्ये मङ्गल प्रदे।
मङ्गलार्थं मङ्गलेशि माङ्गल्यं देहि मे सदा।।16।।
सर्व मङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्रयम्बके देवि नारायणि नमोऽस्तुते।।17।।
शुभं भवतु कल्याणी आयुरारोग्य सम्पदाम्।
महालक्ष्मी स्तुति का पाठ करने का महत्व
अगर आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो आप शरद पूर्णिंमा के दिन महालक्ष्मी स्तुति का पाठ विशेष रूप से करें। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है और जीवन में चल रही सभी समस्याएं दूर हो सकती है।
Published By : Aarya Pandey
पब्लिश्ड 5 October 2025 at 16:43 IST