अपडेटेड 14 December 2024 at 08:44 IST
Shani Dev Stotram: शनिवार पूजा में करें शनि देव स्तोत्र का पाठ, हर कष्ट का होगा नाश
Shani Dev Stotram Path: अगर आप दुख और परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको शनिदेव स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए।
- धर्म और अध्यात्म
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Shani Dev Stotram Path: हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। इस दिन भगवान शनि की पूजा किए जाने की परंपरा है। शनि देवता को सनातन धर्म में एक विशेष स्थान दिया गया है। जिसके अनुसार अगर कोई व्यक्ति शनिवार के दिन शनि भगवान की पूजा अर्चना करता है तो भगवान उससे प्रसन्न होकर व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
पुराणों में शनि देव को धर्मराज और न्याय का देवता माना गया है। माना जाता है कि शनिदेव व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार उन्हें फल देते हैं। इसलिए शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की विशेष पूजा-अर्चना के साथ-साथ शनिदेव स्तोत्र का पाठ भी करना चाहिए। ऐसा करने से वह अति प्रसन्न होकर अपने भक्तों का जीवन खुशियों से भर देते हैं।
शनि देव स्तोत्र का पाठ (Shani Dev Stotram Path)
नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च।
नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम:।।
नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च।
नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।
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नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:।
नमो दीर्घाय शुष्काय कालदंष्ट्र नमोऽस्तु ते।।
नमस्ते कोटराक्षाय दुर्नरीक्ष्याय वै नम:।
नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने।।
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नमस्ते सर्वभक्षाय बलीमुख नमोऽस्तु ते।
सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करेऽभयदाय च।।
अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते।
नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते।।
तपसा दग्ध-देहाय नित्यं योगरताय च।
नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम:।।
ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज-सूनवे।
तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात्।।
देवासुरमनुष्याश्च सिद्ध-विद्याधरोरगा:।
त्वया विलोकिता: सर्वे नाशं यान्ति समूलत:।।
प्रसाद कुरु मे सौरे ! वारदो भव भास्करे।
एवं स्तुतस्तदा सौरिर्ग्रहराजो महाबल:।।
शनि देव की आरती (Shani Dev Ki Aarti)
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।
सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी॥
जय जय श्री शनि देव....
श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी।
नीलांबर धार नाथ गज की असवारी॥
जय जय श्री शनि देव....
क्रीट मुकुट शीश राजित दीपत है लिलारी।
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी॥
जय जय श्री शनि देव....
मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी।
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी॥
जय जय श्री शनि देव.…
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Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 14 December 2024 at 08:44 IST