अपडेटेड 17 July 2025 at 08:43 IST

Sawan 2025: सावन में मेहंदी लगाना क्यों होता है शुभ? मिलता है ये आशीर्वाद

Why do girls wear Mehendi in Shrawan? सावन में मेहंदी क्यों लगाते हैं? सावन के महीने में मेहंदी लगाने के क्या महत्व है? जानते हैं इस लेख के माध्यम से...

sawan 2025
sawan 2025 | Image: freepik

Sawan 2025: सावन का महीना शुरू हो गया है। ऐसे में इस महीने शिव जी के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए कई उपाय करते हैं। वहीं महिलाएं सावन के महीने में मेहंदी लगाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन के महीने में मेहंदी क्यों लगाई जाती है और इसका क्या महत्व है? अगर नहीं, तो इसके बारे में पता होना जरूरी है 

आज का हमारा लिए किसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि सावन के महीने में मेहंदी क्यों लगाई जाती हैं। पढ़ते हैं आगे… 

सावन में मेहंदी क्यों लगाई जाती है? 

  • बता दे की सावन का महीना भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती का भी माना जाता है। कहते हैं कि इस महीने माता पार्वती ने घोर तपस्या की थी। यही कारण है कि यदि इस महीने भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती की पूजा की जाए तो अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद महिलाओं को मिलता है। यदि सावन के महीने में मेहंदी लगाई जाए तो इससे न केवल जीवन में सुख शांति बनी रहती है बल्कि वैवाहिक जीवन भी बहुत अच्छा जाता है। 
  • कहते हैं मेहंदी 16 श्रृंगार के अंदर गिनी जाती है। ऐसे में ये सौभाग्य का प्रतीक हैं। जो महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहती हैं वे यदि सावन के महीने में मेहंदी लगाएं तो उन्हें ये आशीर्वाद मिल सकता है। इसके अलावा यदि सावन के महीने में मेहंदी लगाई जाए तो शरीर को ठंडक पर मिलती है और शरीर का तापमान भी सामान्य रहता है। 
  • यदि वैज्ञानिक कारण की बात करें तो मेहंदी की खुशबू और इससे मिलने वाली ठंडक न केवल शरीर को तनाव कम करने में उपयोगी है बल्कि त्वचा संबंधित रोग को दूर करने में भी उपयोगी है। वहीं मेहंदी लगाने से शरीर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है और इससे शुभता आती है। बता दें कि सावन के महीने में मेहंदी लगाने से व्यक्ति को शांति भी मिलती है और इसके जीवन से सारे कष्ट दूर हो सकते हैं। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Garima Garg

पब्लिश्ड 17 July 2025 at 08:43 IST