अपडेटेड 18 July 2025 at 23:04 IST

Sawan 2025: जानें श्रावण मास के 5 रहस्य और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के शास्त्रीय उपाय

Sawan 2025: सावन मास के 5 रहस्य और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के शास्त्रीय उपाय हैं, इसको लेकर पौराणिक संदर्भों में खास ध्यान रखा जाता है।

Lord Shiva
श्रावण मास के 5 रहस्य | Image: Canva

Sawan 2025: सावन का महीना (Shravan Month) सिर्फ व्रत-उपवास तक सीमित नहीं है, यह एक आध्यात्मिक अनुभूति का समय है, जब आस्था और अध्यात्म अपने चरम पर होते हैं। हिंदू धर्मग्रंथों में सावन को शिव भक्ति, संयम और देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए श्रेष्ठ समय बताया गया है। आइए जानें सावन मास के 5 रहस्य और शास्त्र सम्मत लक्ष्मी पूजन के उपाय  

सावन के 5 रहस्य 

1. भगवान शिव का प्रिय मास 

स्कंद पुराण के अनुसार भगवान शिव ने स्वयं कहा है कि श्रावण मुझे अत्यंत प्रिय है। इस महीने की हर तिथि पुण्यदायी है और हर दिन पर्व के समान है।

2. मार्कंडेय ऋषि की अमरता 

मरकंडू ऋषि के पुत्र मार्कंडेय ने सावन में ही तप कर शिव कृपा प्राप्त की थी। यमराज उनके प्राण नहीं ले सके और वे अमर हो गए। इसलिए इस महीने में शिव पूजन से अकाल मृत्यु और बीमारियों से रक्षा होती है।

3. शिव-पार्वती विवाह 

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सावन में भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी रूप में स्वीकार किया था। इसी महीने भोलेनाथ पृथ्वी पर अपनी ससुराल आते हैं और जलाभिषेक से स्वागत होता है।

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4. एक समय भोजन और संयम का महत्व 

महाभारत के अनुशासन पर्व में ऋषि अंगिरा ने बताया कि जो व्यक्ति इंद्रियों को संयमित कर एक समय भोजन करता है, उसे तीर्थों के स्नान के समान पुण्य मिलता है।

5. ब्रह्मचर्य और नियम पालन पर शिव की कृपा 

स्कंद पुराण के सावन महात्म्य में कहा गया है कि जो व्यक्ति सावन में ब्रह्मचर्य और आहार-विहार में संयम रखता है, उस पर शिव की परम कृपा होती है।  सावन का महीना हरियाली और मानसून का समय होता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि प्रकृति की हरियाली मानसिक तनाव को कम करती है और मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है।

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सावन में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के उपाय

सावन के हर शुक्रवार को मां लक्ष्मी को 5 इलायची अर्पित करें। फिर इन इलायचियों को अपने पर्स या तिजोरी में रखें। माना जाता है कि इससे आर्थिक तंगी दूर होती है। शुक्रवार को सुबह-शाम श्रीलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें और मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाएं। साथ ही कन्याओं को वस्त्र, फल या मिठाई भेंट करें। इससे लक्ष्मीजी प्रसन्न होती हैं। सावन सिर्फ धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि आंतरिक शुद्धि, संयम और प्रकृति से जुड़ने का उत्सव है। शास्त्रों में उल्लिखित इन रहस्यों और उपायों को अपनाकर न सिर्फ शिव कृपा प्राप्त की जा सकती है बल्कि आर्थिक और मानसिक जीवन में भी सुधार लाया जा सकता है।

(यह लेख प्राचीन मान्यताओं, शास्त्रों और सांस्कृतिक परंपराओं पर आधारित है। कृपया किसी भी उपाय को आजमाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ या विद्वान की सलाह अवश्य लें। R भारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।) ट

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 18 July 2025 at 23:04 IST