अपडेटेड 19 July 2024 at 16:52 IST

Sawan 2024: कैसे मिला भगवान शिव को त्रिशूल? यहां पढ़ें इसके पीछे छिपी कथा

Why did Lord Shiva have trishul? भगवान शिव को त्रिशूल किसने दिया? इसके पीछे क्या कहानी है? इस लेख में जानते हैं इन सवालों के जवाब...

Sawan 2024
कैसे मिला भगवान शिव को त्रिशूल? | Image: ani

Why did Lord Shiva have trishul? भगवान शिव के भक्तों के लिए सावन का महीना विशेष महीना होता है। महादेव के भक्त पूरे साल इस महीने का इंतजार करते हैं। बता दें कि इस बार यह महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। ऐसे में इस महीने लोग भगवान शिव से जुड़ी कई कथाओं को पढ़ते हैं और उनकी पूजा अर्चना करते हैं। 

आज हम आपको बताएंगे कि भगवान शिव के पास त्रिशूल कैसे आया और उसके पीछे क्या कथा है, आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि भगवान शिव के पास त्रिशूल कैसे आया था और इसके पीछे क्या कहानी है। पढ़ते हैं आगे… 

कैसे मिला भगवान शिव को त्रिशूल?

पवित्रता एवं शुभकर्म का प्रतीक त्रिशूल शिवालियों में स्थित है। कुछ जगहों पर सोने का तो कुछ जगह पर चांदी का त्रिशूल देखने को मिलता है। वहीं कुछ लोग लोहे की धातु से बने त्रिशूल भी शिवालय में लगाते हैं। बता दें कि जब भगवान शिव जी ब्रह्मनाद से प्रकट हुए तभी संसार में उनके साथ-साथ तीन गुण उत्पन्न हुए और शिवजी शूल बने और इसी से त्रिशूल का भी निर्माण हुआ। मान्यता तो यह भी है कि विश्वकर्मा ने सूर्य के अंश से त्रिशूल का निर्माण यानी त्रिशूल को बनाया था और उन्होंने ही भगवान शिव को यह त्रिशूल अर्पित किया था। जो गुण भगवान शिव के साथ उत्पन्न हुए थे उनका नाम था रज, तम और सत जिनसे मिलकर त्रिशूल बना। वहीं त्रिशूल को हमारे महत्वपूर्ण तीन काल भूतकाल, भविष्य काल और वर्तमान काल से जोड़कर देखते हैं, ऐसे में महादेव को त्रिकालदर्शी की कहा जाता है। त्रिशूल को दैनिक, दैविक और भौतिक तीन प्रकार के कष्टों के विनाश का भी सूचक मानते हैं। वहीं सृष्टि के उदय, संरक्षण और संहार का सूचक भी त्रिशूल ही है।

ये भी पढ़ें - Sawan 2024: शिवजी ने क्यों किया मां तुलसी के पति का वध? पढ़ें कथा

Advertisement

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Garima Garg

पब्लिश्ड 19 July 2024 at 16:52 IST