अपडेटेड 14 December 2025 at 21:15 IST
Saphala Ekadashi Stotra: सफला एकादशी के दिन जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ, पूरी होंगी आपकी हर मनोकामना
Saphala Ekadashi Stotra : सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु के स्तोत्र का पाठ करने का विशेष महत्व है। अब ऐसे में इस दिन एक ऐसा स्तोत्र है, जिसका पाठ करने से आपको उत्तम फलों की प्राप्ति हो सकती है।
- धर्म और अध्यात्म
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Saphala Ekadashi Stotra: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, और पौष मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में सफलता की प्राप्ति हो सकती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधि-विधान के साथ करने की मान्यता है। इस दिन श्रीहरि के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो सकती है। अब ऐसे में इस दिन भगवान विष्णु का एकमात्र ऐसा स्तोत्र है, जिसका पाठ करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
सफला एकादशी पर जरूर करें श्रीहरि के स्तोत्र का पाठ
सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु के स्तोत्र का पाठ विधिवत रूप से करें। इससे व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी हो सकती है और जीवन में आ रही सभी बाधाएं दूर हो सकती है।
जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालंशरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालं
नभोनीलकायं दुरावारमायंसुपद्मासहायम् भजेऽहं भजेऽहं॥1॥
सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्पहासंजगत्सन्निवासं शतादित्यभासं
गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रंहसच्चारुवक्त्रं भजेऽहं भजेऽहं॥2॥
रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रातसारंजलान्तर्विहारं धराभारहारं
चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपंध्रुतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहं॥3॥
जराजन्महीनं परानन्दपीनंसमाधानलीनं सदैवानवीनं
जगज्जन्महेतुं सुरानीककेतुंत्रिलोकैकसेतुं भजेऽहं भजेऽहं॥4॥
कृताम्नायगानं खगाधीशयानंविमुक्तेर्निदानं हरारातिमानं
स्वभक्तानुकूलं जगद्व्रुक्षमूलंनिरस्तार्तशूलं भजेऽहं भजेऽहं॥5॥
समस्तामरेशं द्विरेफाभकेशंजगद्विम्बलेशं ह्रुदाकाशदेशं
सदा दिव्यदेहं विमुक्ताखिलेहंसुवैकुण्ठगेहं भजेऽहं भजेऽहं॥6॥
सुरालिबलिष्ठं त्रिलोकीवरिष्ठंगुरूणां गरिष्ठं स्वरूपैकनिष्ठं
सदा युद्धधीरं महावीरवीरंमहाम्भोधितीरं भजेऽहं भजेऽहं॥7॥
रमावामभागं तलानग्रनागंकृताधीनयागं गतारागरागं
मुनीन्द्रैः सुगीतं सुरैः संपरीतंगुणौधैरतीतं भजेऽहं भजेऽहं॥8॥
॥ फलश्रुति ॥
इदं यस्तु नित्यं समाधाय चित्तंपठेदष्टकं कण्ठहारम् मुरारेः
स विष्णोर्विशोकं ध्रुवं याति लोकंजराजन्मशोकं पुनर्विन्दते नो॥9॥
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सफला एकादशी के दिन श्रीहरि के स्तोत्र का पाठ करने का महत्व
एकादशी का व्रत और पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होती है। सफला एकादशी के दिन श्रीहरि के स्तोत्र का पाठ करने से सफलता प्राप्ति होती है और व्यक्ति का भाग्योदय हो सकता है।
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श्रीहरि का स्तोत्र का पाठ करने का नियम क्या है?
सफला एकादशी के दिन श्रीहरि के स्तोत्र का पाठ आप ब्रह्म मुहूर्त में करें। आप ब्रह्म मुहूर्त में व्रत संकल्प करें और फिर श्रीहरि का ध्यान करें। आप श्रीहरि का पाठ करने के बाद दान-पुण्य जरूर करें। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 14 December 2025 at 21:15 IST