अपडेटेड May 9th 2025, 08:51 IST
Pradosh Vrat 2025: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का बेहद खास महत्व है। हर महीने में दो प्रदोष व्रत पड़ते हैं, जिनमें से एक प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है। इस दिन मुख्य रूप से देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।
वहीं, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि आज यानी शुक्रवार, 9 मई को पड़ रही है, यानी कि आज प्रदोष व्रत मनाया जा रहा है। ऐसे में अगर आप भी प्रदोष व्रत के दिन शिवजी की पूजा और व्रत करना चाहते हैं तो आपको आज के दिन के शुभ मुहूर्त के बारे में जान लेना चाहिए।
9 मई को शिव जी की पूजा का मुहूर्त शाम 7 बजकर 01 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। वहीं, प्रदोष व्रत का पारण (Pradosh fasting time) आप अगले दिन 10 मई को सुबह 5 बजकर 33 मिनट पर कर सकते हैं।
प्रदोष व्रत पर शिवजी की पूजा करने के लिए शुभ प्रदोष काल मुहूर्त से पहले स्नान करें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
अब लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें।
पूजा में पंचामृत, बिल्व पत्र, सफेद फूल, चंदन का लेप, धूप, दीया, फल, मिठाई और साफ पानी को शामिल करें।
इसके बाद शिवलिंग को पंचामृत और जल से स्नान कराएं, फिर बेल पत्र और फूल चढ़ाएं।
पूजा में घी का दीपक जलाएं, शिव आरती करें और नैवेद्य के रूप में मिठाई या फल चढ़ाएं।
पूजा के दौरान “ओम नमः शिवाय” और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
साथ ही पूजा के दौरान प्रदोष व्रत कथा पढ़ें या सुनें।
आखिर में क्षमा प्रार्थना कर परिवार व दोस्तों के साथ प्रसाद बांटें और गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें या भोजन कराएं।
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पब्लिश्ड May 9th 2025, 08:51 IST